-कब्र से निकाले गए शव के एक्सरे में गोली मारने की हुई पुष्टि, एफआईआर दर्ज

-प्रेमनगर में भी डेढ़ महीने बाद हत्या की एफआईआर, दोनों इंस्पेक्टर पर होगी कार्रवाई

बरेली: एक कहावत है कि गड़े मुर्दे उखाड़ना। बरेली के किला और प्रेमनगर में दो मर्डर में भी कुछ ऐसा हुआ है, दोनों मामलों में एसएसपी की जांच के बाद हत्या की एफआईआर दर्ज की गई है और दोनों इंस्पेक्टर की गर्दन फंस गई है। एक मामले में किला में कब्र से मुर्दे को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम कराया गया और फिर बॉडी की एक्सरे रिपोर्ट में छाती और सिर में पैलेट यानी गोली के छर्रे आए हैं, जिसके बाद हत्यारोपियों रिटायर्ड एसआई व उसके दो बेटों के खिलाफ 6 महीने बाद हत्या और साक्ष्य छुपाने की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। इस मामले में डीआईजी ने एसएसपी को लापरवाही मिलने पर इंस्पेक्टर को सस्पेंड करने का निर्देश दिया है। वहीं प्रेमनगर में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाने आने के बावजूद भी तहरीर के इंतजार में डेढ़ महीने तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई थी। एसएसपी के आदेश पर तुरंत एफआईआर दर्ज कर ली गई है। इस मामले में भी इंस्पेक्टर पर सीओ की जांच रिपोर्ट के बाद कार्रवाई होगी।

11 अप्रैल को हुई थी हत्या

बता दें कि किला के कटघर निवासी हिना ने एसएसपी ऑफिस में शिकायत की थी कि उसके पति मो। अफसर की रेडीमेड शॉप की दुकान को लेकर विवाद में ससुर एसआई अनसार खां व देवर आमिर और सरफराज ने गोली मारकर हत्या कर दी है। उसने बताया था कि जब वह किचन में थी तो गोली चलने की आवाज आयी थी, जिसके बाद वह बाहर आयी तो पति खून से लथपथ पड़े थे, उसके बाद उसके पति को कुछ घंटे में ही सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया था। उसके बाद उसे घर में ही बंधक बनाकर रखा गया था। अगस्त माह में जब वह घर से बाहर निकली तो अधिकारियों के यहां तहरीर दी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

सीओ की जांच में आरोप सही

एक बार फिर उसने नए एसएसपी से शिकायत की तो एक बार फिर से इंस्पेक्टर ने मामले को दबाने का प्रयास किया। इस पर एसएसपी ने मामले की जांच सीओ सेकेंड साद मियां खां को सौंप दी। सीओ की प्रारंभिक जांच में गोली चलने की आवाज आने और जल्द ही सुपुर्द-ए-खाक करने के आरोप सही पाए गए। जिसके बाद एसएसपी ने डीएम को पत्र लिखकर शव को कब्र से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम कराने के लिए कहा। शव पूरी तरह से गल जाने की वजह से पोस्टमार्टम में कुछ नहीं आया, जिसके चलते एसएसपी ने बॉडी का एक्सरे कराया।

सिर और छाती में मिले छर्रे

थर्सडे को एक्सरे रिपोर्ट में आया कि बॉडी के सीने और सिर में छर्रे लगे हैं, जिससे साफ हो गया कि 315 बोर की गोली चली है। जब पता किया गया तो सामने आया कि युवक के पिता की डबल बैरल बंदूक है। एसएसपी ने इस मामले में सीओ सेकेंड को डॉक्टर से बात कर एफआईआर दर्ज कराने का आदेश दिया। सीओ ने इंस्पेक्टर को इस बारे में बताया तो एफआईआर दर्ज होने से पहले ही दोनों आरोपी फरार हो गए। जबकि अधिकारियों ने दोनों की गिरफ्तारी का आदेश दिया था। हालांकि कार्रवाई होने की सूचना मिलने पर देर रात इंस्पेक्टर ने रिटायर्ड एसआई अंसार खां और भाई आमिर को हिरासत में ले लिया और बंदूक भी जब्त कर ली है।

7 लाख रुपए लेकर दबाने का आरोप

पुलिस इस मामले में में शुरुआत से गेम कर रही थी। सबसे पहले इस मामले में पुलिस ने पीडि़ता के बार-बार चक्कर लगाने के बावजूद भी एफआईआर दर्ज नहीं की। जब पीडि़ता डीआईजी और एसएसपी के यहां पेश हुई तो इंस्पेक्टर ने अधिकारियों को गुमराह कर आरोपियों को बचाने का प्रयास किया। इसके बाद जब कब्र से शव को बाहर निकालने की बात सामने आयी तो भी बचाव के सारे प्रयास किए गए। उसके बाद एक्सरे में छर्रे आने के बाद एफआईआर का आदेश हुआ तो आरोपियों को भगाने में भूमिका संदिग्ध पायी गई है। इस मामले में अधिकारियों को जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक 7 लाख रुपए लेकर मामले को दबाया गया था।

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अब पुलिस ने कराई हत्या की एफआईआर

प्रेमनगर के भूड़ में आशीष गुप्ता की हत्या का केस दबाए बैठी थी पुलिस

किला के अलावा प्रेमनगर के भूड़ में अतुल गुप्ता की हत्या के मामले को भी पुलिस डेढ़ महीने तक दबाए बैठी रही। 18 अगस्त को अतुल गुप्ता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाने आया था लेकिन पुलिस परिजनों की ओर से तहरीर न मिलने की बात कहकर एफआईआर दर्ज नहीं कर रही थी। जब एसएसपी ने इंस्पेक्टर प्रेमनगर को फोन करके पूछा तो उन्होंने यही जबाव दिया तो एसएसपी का पारा चढ़ गया। उन्होंने इंस्पेक्टर से साफ कहा कि जब गला दबाकर हत्या आया है तो एफआईआर पुलिस की ओर से क्यों दर्ज नहीं की गई। उसके कुछ घंटे बाद ही कानून गोयान चौकी इंचार्ज प्रदीप कुमार की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मर्डर की एफआईआर दर्ज कर ली है। इस मामले में एसएसपी ने सीओ से पूरे मामले की जांच रिपोर्ट मंगाई है। इस मामले में भी ढाई लाख रुपए में मामला शेटल करने की बात सामने आयी है।

हादसा, सुसाइड और फिर मर्डर

बता दें कि 17 अगस्त की रात करीब 9 बजे पुलिस को सूचना मिली कि भूड़ निवासी अतुल गुप्ता ने सुसाइड कर जान दे दी है। मौके पर जाकर जांच की बताया गया कि वह परसों किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था। वह दोपहर में घर वापस आए और करीब 4 बजे पंखे से फंदा लगाकर जान दे दी। उनके घुटने मुड़े हुए थे। उन्हें हॉस्पिटल लेकर गए लेकिन डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाने का मामला आया है, लेकिन उसके बाद रिपोर्ट ही दर्ज नहीं की गई।

किला में बॉडी के एक्सरे में छर्रे आए हैं, एफआईआर दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी की जा रही है। प्रेमनगर में पुलिस की ओर से एफआईआर दर्ज कराई गई है। दोनों मामलों में इंस्पेक्टर पर लापरवाही बरतने पर एक्शन लिया जाएगा।

रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी