- बच्चों को गुड़ और साबूदाना खिलाएं पेरेंट्स

- डीपीआरओ ने कहा लिया जाएगा प्रचार-प्रसार का सहारा

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BAREILLY:

पोषण पुनर्वास केंद्रों पर एडमिट कुपोषित बच्चों में टीबी जैसी खतरनाक बीमारी की पुष्टि होने पर जिला कार्यक्रम विभाग एवं स्वास्थ्य महकमा सजग हो गया है। डीपीआरओ युगल सांगुडी के मुताबिक गरीबी की वजह से पेरेंट्स कुपोषित बच्चों को पोषक खाद्य सामग्री अवेलेबल नहीं करा पाते हैं। जिसकी वजह से कुपोषित बच्चे आगामी दिनों में अति अल्प वजन के कुपोषित हो जाते हैं। बच्चों को विटामिन, प्रोटीन एवं अन्य पोषक तत्व मिल सके। इसके लिए अधिकारियों की हुई बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि फैमिली कुपोषित बच्चों गुड़ और साबूदाना खिलाएं। इसके लिए प्रचार-प्रसार पर जोर ि1दया गया।

इसकी क्या हैं वजहें

गुड़ और साबूदाना दो ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो कम कीमत में आसानी से मुहैया हो जाते हैं। अधिकारियों के मुताबिक साबूदाना में भरपूर प्रोटीन है। वहीं गुड़ में कार्बोहाइड्रेट होता है। मीठा होने की वजह से बच्चे इसे खाते भी हैं। उन्होंने बताया कि प्रजेंट टाइम में गरीब पेरेंट्स भी बच्चों को बिस्किट खिलाते हैं। जिसके सेवन से स्वाद तो मिलता है लेकिन पोषक तत्वों की कमी पूरी नहीं होती है। पोषण पुनर्वास केंद्र की डायटीशियन डॉ। रोजी जैदी ने बताया कि गुड़, साबूदाना किसी भी बच्चे को स्वस्थ बनाने के लिए ज्यादातर पोषक तत्वों की कमी को पूरा करता है।