बरेली (ब्यूरो)पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए इलेक्ट्रिक कार का विकल्प अच्छा है। लेकिन बरेली में इलेक्ट्रिक कारों की ओर लोगों को रूझान अभी भी कम है। यह हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि आरटीओ के आंकड़े बता रहे हैं। अभी तक बरेली जिले में मात्र तीन ही इलेक्ट्रिक कारें आरटीओ में रजिस्टर्ड हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने जब पड़ताल की तो सामने आया कि लोग इलेक्ट्रिक कार खरीदना तो चाहते हैं। लेकिन सुविधाएं न होने के चलते पीछे हट जाते हैं। आइये पेश है टीम की रिपोर्ट कि क्या कारण हैं, जो लोग चाहते हुए इलेक्ट्रिक कारें खरीदने से पीछे हट रहे हैं।

मात्र एक चार्जिंग स्टेशन
एआरटीओ प्रशासन मनोज कुमार ने बताया कि शहर में इलेक्ट्रिक कारों को चार्ज करने की सबसे बड़ी समस्या है। क्योंकि अभी तक शहर में मात्र एक एमजी हेक्टर शोरूम के बाहर एमजी का चार्जिंग प्वाइंट है। ऐसे में इलेक्ट्रिक कार खरीदने के बाद स्वयं ही चार्जिंग की सुविधा करनी होगी और यदि सफर के दौरान कहीं कार की बैट्री डाउन हो गई तो चार्जिंग स्टेशन न होने के कारण कार को खींचकर लाना होगा। यही मुख्य कारण है कि लोग चाहते हुए भी इलेक्ट्रिक कारें खरीदने से पीछे हट रहे हैं।

ज्यादा कीमत
इलेक्ट्रिक कारों की कीमत भी साधारण कारों के मुकाबले ज्यादा है। इलेक्ट्रिक कार खरीदना चाहते हैं तो कम से कम नौ से दस लाख रुपए खर्च करने होंगे। तब आप सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कार खरीद पाएंगे। टाटा नेक्सन की इलेक्ट्रिक कार की कीमत 13 लाख रुपए और टिगोर की कीमत दस लाख रुपए से शुरू होती है। वहीं इलेक्ट्रिक कार की कीमत अदा करने के अलावा भी अलग से और खर्च करना पड़ता है। इसके लिए होम चार्जर, चार्जिंग स्टेशन इंस्टॉलेशन, मेंटिनेंस ऑफ चार्जिंग स्टेशन के लिए पैसा खर्च करना पड़ता है। इसलिए भी लोग इलेक्ट्रिक कारों की ओर कम आकर्षित हो रहे हैं।

25 टू-व्हीलर, ई-रिक्शा की भरमार
आरटीओ प्रशासन ने बताया कि इलेक्ट्रिक कारें के साथ ही लोग टू-व्हीलर इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर भी ज्यादा रूझान नहीं दिखा रहे हैं। आरटीओ में अभी तक जहां मात्र तीन इलेक्ट्रिक कारें रजिस्टर्ड हैं, वहीं 25 टू-व्हीलर का रजिस्ट्रेशन हुआ है। इसका भी मुख्य कारण चार्जिंग स्टेशन का न होना और ज्यादा कीमत है। जबकि देखा जाए तो शहर में ई-रिक्शा की भरमार है। वर्तमान में आरटीओ में नौ हजार से ज्यादा ई-रिक्शा रजिस्टर्ड हैं।

वर्जन
शहर में चार्जिंग स्टेशन न होने और कीमत ज्यादा होने के चलते लोगों का रूझान इलेक्ट्रिक कारों की ओर कम है। आरटीओ में मात्र अभी तक तीन ही इलेक्ट्रिक कारें रजिस्टर्ड हुईं है। यदि सुविधाएं बढ़ें तो लोगों का रूझान बढ़ेगा।
मनोज कुमार, एआरटीओ प्रशासन

हमारे शोरूम में एमजी की दो इलेक्ट्रिक कारें आ गई हैं। 15 ई-कारों की बुकिंग हो चुकी है। डिमांड के अनुसार अभी कारें कम मिल पा रही है। वहीं शोरूम के बाहर चार्जिंग की सुविधा उपलब्ध करा दी है।
सचिन भसीन, एमडी एमजी शोरूम

हमारे शोरूम में टाटा नेक्सन और टिगोर कारें ब्रिकी के लिए उपलब्ध हैं। जल्द ही सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कार टिएगो भी आ जाएगी। चार्जिंग स्टेशन न होने और जागरूकता के अभाव में लोगों का इलेक्ट्रिक कारों की ओर रूझान अभी कम है।
अभिषेक ग्रोवर, एमडी ग्रोवर मोटर्स

अभी हमारे शोरूम में बिक्री के लिए इलेक्ट्रिक कारें नहीं आईं है। लेकिन जल्द ही शोरूम में इलेक्ट्रिक कारें ग्राहकों के लिए उपलब्ध हो जाएंगी। अभी चार्जिंग प्वाइंट न होने के चलते लोगों का रूझान भी कम है।
अनमोल अग्रवाल, अम्बे मोटर्स