करोड़ों की जमीन पर कब्जे का किया प्रयास

पुलिस ने दर्ज की एफआईआर, फिर कुछ ही घंटो में गिरफ्तारी और फिर जमानत भी दे दी

BAREILLY: शहर के एक भूमाफिया द्वारा करोड़ों की जमीन कब्जा करने के दौरान वेडनसडे को बहुत कुछ फिल्मी स्टाइल में हुआ, जब जमीन पर अवैध कब्जा की सूचना पर पहुंची पुलिस ने बिल्डर को हिरासत में ले लिया। एफआईआर दर्ज किया गया। कोर्ट में पेश होने से पहले बिल्डर बीमार पड़ गया और आनन-फानन में पुलिस ने अपने स्तर पर डॉक्टरी के बाद जमानत दे दी।

करोड़ों की है जमीन

अयूब खां चौराहा स्थित सिविल लाइंस में गीता प्रसाद की पुश्तैनी जमीन है। इस जमीन के असली मालिक जसवंत सिंह थे, जो पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र प्रसाद के परिवार के सदस्य हैं। करोड़ों की कीमत की करीब 2000 वर्ग गज जमीन पर विवाद चल रहा है और मामला कोर्ट में चल रहा है। इस जमीन पर एलायंस बिल्डर ग्रुप, मन्नत कंस्ट्रक्शन का निर्माण कर रहा है और जमीन पर अपना हक भी जता रहा है। उनकी ओर से डीएम को एक शिकायत भी की गई थी, जिसमें पुलिस अधिकारियों को काम जारी रखते हुए जांच कर रिपोर्ट देने का भी निर्देश है, लेकिन कहीं नहीं लिखा है कि जमीन पर कब्जा कर लिया जाए।

असलहों से लैस बदमाशों के साथ पहुंचे

गीता प्रसाद ने आरोप लगाया कि वेडनसडे सुबह करीब 10 बजे विवेक भारती, रमनदीप, गुरप्रीत, रिंकू सरदार और 15 से 20 असलहों से लैस बदमाशों के साथ पहुंच गए। सभी ने उनकी जमीन की दीवार को जेसीबी से गिरा दिया। जब उनके नौकर रमेश, खलील कुरैशी, राजेंद्र, भजनलाल, ने उन्हें कब्जे की सूचना दी तो वह परिवार के राजन प्रसाद, अशोक प्रसाद, नीरू, पहुंच गए, लेकिन तब तक दीवार तोड़ दी गई थी। जब उन्होंने विरोध किया तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी और अभद्र व्यवहार भी किया। उनका आरोप है कि मन्नत कंस्ट्रक्शन ने इस जमीन के खिलाफ हाईकोर्ट में रिट दायर की थी लेकिन रिट कैंसिल हाे गई है।

एसएसपी के आदेश्ा पर एक्शन

गीता प्रसाद ने मामले की शिकायत कोतवाली पुलिस से की। मौके पर एसएचओ कोतवाली, चौकी इंचार्ज सिविल लाइंस व अन्य पुलिसकर्मी पहुंच गए, लेकिन मामला बड़े बिल्डर से जुड़ा होने के चलते कार्रवाई से घबरा गए। जिसके बाद गीता प्रसाद एसएसपी से मामले की शिकायत की। एसएसपी के आदेश पर पुलिस ने तुरंत मौके से विवेक भारती को हिरासत में ले लिया और उन्हें कोतवाली लाया गया। कुछ ही देर में एसपी सिटी और सीओ सिटी भी कोतवाली पहुंच गए। पुलिस ने तुरंत चारों बिल्डर के खिलाफ आईपीसी की धारा 147,148, 149, 447, 427, 504, 506 व 354 के तहत मुकदमा दजर्1 कर लिया।

मेडिकल के दौरान भी नोकझोंक

पुलिस ने विवेक भारती को गिरफ्तार कर मेडिकल के लिए भेज दिया। जब पुलिस विवेक भारती को मेडिकल के लिए ले जा रही थी तो वह आसानी से नहीं जा रहे थे। यही नहीं उन्होंने डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में भी मेडिकल में आनाकानी की। जब जेल भेजने की नौबत आई तो अचानक विवेक भारती को तबीयत खराब हो गई और उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया और वहीं उसे जमानत भी मिल गई।

एसएचओ ने निभा दी दोस्ती

विवेक भारती को गिरफ्तार करने के तुरंत बाद ही बिल्डर के साथी तुंरत डीएम दरबार में पहुंच गए। यही नहीं लखनऊ में कई पुलिस-प्रशासन के बड़े अधिकारियों के पास भी फोन कर दिए। जिसके बाद पुलिस अधिकारियों के पास बिल्डर को छोड़ने के लिए लगातार फोन आने लगे। फिर जिसका डर था वही हुआ। एसएचओ के करीबी विवेक भारती की अचानक तबीयत बिगड़ गई और फिर उसे थाना से ही जमानत दे दी गई और हॉस्पिटल में एडमिट करा दिया गया।