क्या है इंसीडेंट

इसकी शुरुआत शर्मा कोचिंग से हुई। जहां एसएसवी इंटर कॉलेज के इंटर स्टूडेंट क्लास करते हैं और इसी कोचिंग में कॉलेज के टीचर्स पढ़ाते हैं। टीचर कौशल शर्मा ने बताया कि मंडे को वे इंटर के करीब 50 से ज्यादा स्टेंडेंट्स को प्रेम प्रकाश इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग कॉलेज में एजुकेशनल विजिट को लेकर जा रहे थे। तभी इंटर कॉलेज के मैनेजर प्रेम प्रकाश शर्मा आए और जबरन स्टूडेंट्स को कॉलेज के हॉल में ले जाकर खूब पीटा।

बेरहमी से की पिटाई

टीचर कौशल शर्मा ने कहा कि मैनेजर ने न केवल स्टूडेंट्स को बल्कि टीचर्स की भी पिटाई की जो उनको लेकर इंजीनियरिंग कॉलेज जा रहे थे। उन्होंने बताया कि मैथ्स के टीचर विवेक शर्मा और फिजिक्स के टीचर सर्वेश को मैनेजर ने खूब मारा और उनके साथ गाली-गलौज की।

ऐक्शन की मांग पर किया हंगामा

पिटाई के बाद स्टूडेंट्स ने एबीवीपी की अगुवाई में डीआईओएस और जेडी ऑफिस में हंगामा कर दिया। स्टूडेंट्स और टीचर्स कॉलेज मैनेजमेंट के अगेंस्ट स्ट्रिक्ट ऐक्शन लेने की मांग कर रहे थे। उन्होंने जेडी और डीआईओएस का घेराव किया।

टीचर्स का हुआ अपमान

इंसीडेंट के विरोध में कॉलेज के तीन टीचर्स ने इस्तीफा दे दिया है। कौशल शर्मा, विवेक और सर्वेश ने बताया कि उन्हें काफी अपमानित किया गया है। इसके बाद अब वे कॉलेज में क्लास लेने नहीं जाएंगे।

पिटा कॉलेज का empoly

स्टूडेंट्स द्वारा हंगामा करने के दौरान कॉलेज का एक इम्पलॉई स्थिति को भांपने आया तो स्टूडेंट्स भड़क गए और उन्होंने उसकी वहीं पर पिटाई कर दी।

कॉलेज पर वसूली का आरोप

हंगामा कर रहे स्टूडेंट्स ने कॉलेज मैनेजमेंट पर अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए उन्हें परेशान करने का आरोप लगाया है। अशोक, अभिषेक सिंह, सुनील, लक्ष्य, क्षीतिज, चंदन समेत कई स्टूडेंट्स ने कॉलेज पर आरोप लगाया है कि वे उनसे प्रैक्टिकल, एडमिट कार्ड, अब्सेंटीज और फेयरवेल के अलावा बाकी अन्य मदों में भी अवैध वसूली करते हैं। स्टूडेंट्स ने आरोप लगाया है कि कॉलेज मैनेजमंट प्रैक्टिकल के लिए 500 रुपए, एक अब्सेंटीज पर 25 रुपए, फेयरवेल के लिए 200 रुपए चार्ज करने का आरोप लगाया है। स्टूडेंट्स ने अपने प्रैक्टिकल एग्जाम स्कूल में न कराए जाने की अपील की है।

स्टूडेंट्स से रिटेन में कम्पलेन रिसीव कर ली है। साथ ही उन्होंने डीआईजी, डीएम और स्थानीय थाने में भी लेटर फॉरवर्ड कर दी है। इंसीडेंट की पूरी इन्वेस्टीगेशन कराई जाएगी। जरूरत पड़ी तो कॉलेज के स्टूडेंट्स का प्रैक्टिकल जीआईसी में भी कंडक्ट हो सकता है। सीएमओ से स्टूडेंट्स का मेडिकल कराने के लिए लेटर लिखा है।

-राकेश कुमार,डीआईओएस

पूरा मामला फर्जी है। कोचिंग वाले हमारे करीब 150 स्टूडेंट्स को बिना परमिशन के इंजीनियरिंग कॉलेज ले जा रहे थे। इसके लिए बकायदा कोचिंग को कमिशन मिलता है। इंफॉर्मेशन मिली तो मेरे कहने पर टीचर्स ने उन सभी स्टूडेंट्स को कॉलेज वापस बुलवा लिया। इससे बौखलाए कोचिंग टीचर्स ने ऐस षडय़ंत्र रचा है।

-साकेत सुधांशु, डायरेक्टर, एसएसवी इंटर कॉलेज