-घटना के बाद परिवारों में मचा कोहराम, गांव में छाया मातम

-चाचा-भतीजे हैं मृतक, सूचना पर गांव पहुंची पुलिस

बरेली/भुता : सफाई के लिए मेंथा प्लांट में उतरे मजदूर और फिर उसके बचाव में नीचे गए उसके चाचा और मालिक की मौत हो गई। सूचना पर पुलिस पहुंची तो परिजनों ने हादसा बताकर पोस्टमार्टम या किसी अन्य कार्रवाई से इनकार कर दिया। आशंका जताई जा रही है कि मेंथा प्लांट में किसी जहरीली गैस के संपर्क में आने से तीनों की मौत हुई है।

प्लांट की हुई थी सफाई

भुता के गांव सिंघाईकला में गांव से बाहर खेतों में अफसान खां पुत्र नत्थू खां का सालों पुराना मेंथा प्लांट है। पड़ोसी गांव सहोड़ाकलां निवासी राजेश (23) पुत्र वीरपाल और उसके रिश्ते के चाचा विकास पुत्र गेंदनलाल पिछले कई सालों से अफसान के प्लांट पर काम करते थे। फ्राइडे को सफाई के बाद प्लांट का ट्रायल किया गया। मंडे को इसे शुरू किया जाना था। सुबह करीब साढ़े सात बजे टैंक के जाल में जंजीर बांधने के लिए राजेश टैंक में उतरा।

टैंक में हो गया बेहोश

जाल में दो जंजीर ही फंसा पाया था कि वह तड़पने लगा और उस पर बेहोश हो गया। ऊपर से मालिक अफसान (35) और चाचा विकास (25) ने उसे तड़पते देखा तो खुद भी टैंक में उतर गए। दोनों ने राजेश को टैंक से निकालने का प्रयास किया दोनों स्वयं ही लड़खड़ाकर टैंक में गिर पड़े। अफसान के बेटे अजहर के शोर मचाने पर लोग दौड़े और तीनों को बाहर निकालकर एक निजी चिकित्सालय ले गए। जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। सूचना पर भुता पुलिस गांव पहुंची और घटनास्थल का मुआयना कर पोस्टमार्टम को कहा, लेकिन परिजनों ने घटना को महज हादसा बताकर पुलिस कार्रवाई से इनकार कर दिया।