-शादी के दो माह बाद मानसिक बीमारी के चलते निकल आई थी घर से

-बरेली के नारी निकेतन से मानसिक मंदित ममता आश्रय गृह में रह रही थी महिला

बरेली : शादी के दो माह बाद अपनों से बिछुड़ी दिल्ली की महिला 25 वर्ष बाद अपनों से मिली तो उसके परिवार वालों को यकीन नहीं हुआ। जानकारी मिलने पर दिल्ली से बरेली ममता आश्रय गृह महिला के परिजन उसे लेने के लिए पहुंचे, तो एक दूसरे को देखकर आंखे भर आई। परिजनों को कहना था कि उन्हें तो यकीन नहीं हो रहा कि वह उसे जिंद देख रही हैं। इसके बाद ममता आश्रय गृह की इंचार्ज ने पेपर वर्क पूरा करने के बाद उसे परिजनों के साथ जाने दिया।

जताई खुशी

सुभाष विहार नाथ ईस्ट दिल्ली की रहने वाली सवित्री की बेटी सोमा 51 वर्षीय की शादी दिल्ली में हुई थी। शादी के दो माह बाद मानसिक स्थित ठीक नहीं होने पर वह घर से निकल आई, इसके बाद परिजनों ने उसे तलाश किया लेकिन कोई जानकारी नहीं लगी। इसके बाद परिजन हार कर घर बैठ गए। बरेली में मिलने पर महिला को नारी निकेतन में रख दिया इसके बाद 24 सितम्बर 2014 को महिला के लिए मानसिक मंदित ममता आश्रय गृह भेजा गया, जहां पर महिला का मानसिक चिकित्सालय में इलाज चला तो उसकी हालत में सुधार हुआ। इसी बीच मनोसमर्पण संस्था के अध्यक्ष शैलेष कुमार ने सोमा की काउंसिलंग की तो महिला ने अपना एड्रेस बताया। सोमा ने बताया कि दो भाई और चार बहनें हैं। एड्रेस की जानकारी मिलने शैलेष शर्मा उसके घर गए तो उसके जीवित होने की जानकारी सुनकर पहले तो यकीन नहीं हुआ। लेकिन बाद में महिला से वीडियो कॉलिंग पर बात कराई और फोटो दिखाया तो परिजन दिल्ली से बरेली आए। बरेली सोमा को लेने के लिए सोमा की बहन बहनोई सावित्री, रामनिवास और राजकुमारी आए। इसके बाद ममता आश्रय के अधीक्षक नवीन जौहरी ने सारी औपचारिकताएं पूर्ण कर सोमा को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया। सोमा की बहन सावित्री और राजकुमारी ने बताया कि बहन सोमा उनको वापस मिल गई है तो बहुत खुश है।