- शासन ने जारी किया आदेश, प्रबंधनने तैयार किया ब्लू प्रिंट

बरेली : यह खबर बरेलियंस के लिए काम की है। अगर आपके बच्चे का वजन पैदा होते समय कम होता है या फिर समय से पहले पैदा होने के कारण वह कमजोर होता है तो अब आपको घबराने की जरूरत नहीं है। जी हां जिला महिला अस्पताल में एमएनसीयू यानि मदर न्यू बोर्न केयर यूनिट खुलने जा रहा है। जिसकी कार्य योजना महिला अस्पताल प्रबंधन ने शासन को भेज दिया गया है।

शासन को भेजा गया मैप

अस्पताल की सीएमएस डॉ। अलका शर्मा ने बताया कि जिले में नवजात शिशुओं की देखभाल के लिए जल्द ही मदर न्यू बोर्न केयर यूनिट खुलने जा रहा है। इसके लिए एक ब्लू प्रिंट तैयार करके शासन को भेजा गया है, इसके आधार पर ही शासन ब्लू प्रिंट में शामिल हॉस्पिटल के मैप को देखकर जहां यूनिट का निर्माण होना है इसका चयन किया जाएगा।

बदायूं के बाद बरेली को मिली सौगात

बदायूं में एमएनसीयू के बेहतर तरीके से संचालित होने के बाद प्रदेश के हर जिले के साथ-साथ सीएचसी पर भी इसके निर्माण की योजना है। पहले चरण में प्रदेश के 100 जिलों में इसके निर्माण की रूपरेखा तैयार की गई है। इसमें अधिकांश जिला महिला अस्पताल शामिल है।

क्या होता है एमएनसीयू

डॉ। अलका शर्मा ने बताया कि एमएनसीयू एक नए प्रकार की सुविधा है जो कंगारू केयर से प्रेरित है, जिस प्रकार कंगारू अपने शरीर में प्राकृतिक रूप से बनी थैली में नवजात को सीने से लगाए घूमता है उसी प्रकार माता अपने उन नवजातों को जिनका जन्म समय पूर्व हो जाता है या जो नवजात जन्म के समय कम वजन के होते हैं को एक विशेष कक्ष में अपने सीने से लगाकर रखती है। एमएनसीयू में माता तथा नवजात दोनों को एक साथ चिकित्सा देने की सुविधा होती है। इसके अतिरिक्त यूनिट में प्रसव के बाद मां और शिशु को एक साथ रखने की व्यवस्था है। यहां केएमसी वार्ड भी होगा, जिसमें मां अपने बच्चों को सीने पर लेटाकर केएमसी दे सकती हैं। ताकि उनके शरीर का तापमान सामान्य रहे।

अस्पताल में एमएनसीयू खुलने का रास्ता साफ हो गया है। शासन ने इसके लिए मंजूरी दे दी है। शासन को ब्लू प्रिंट तैयार कर भेज दिया गया है। शासन के निर्देश के बाद ही निर्माण शुरू कराया जाएगा। शिशु मृत्यु दर कम करने के लिए शासन स्तर से यह कवायद की जा रही है।

डॉ। अलका शर्मा, सीएमएस