-बहेड़ी में नदी किनारे मिला शव, सिर में चोट का निशान

BAREILLY:

मानसिक विक्षिप्त मुशर्रफ की हत्या की शुरुआती जांच उलझी नजर आ रही है। क्योंकि परिजनों ने किसी पर हत्या का आरोप नहीं लगाया है। न ही मुशर्रफ की गांव में किसी से रंजिश ही थी। वह गुस्से में घर वालों से ही मारपीट करता था।

छोड़ गए थे परिजन

30 वर्षीय मुशर्रफ अली अंसारी, जाम जनूबी गांव का रहने वाला था। उसके परिवार में पिता मुनीर अली उर्फ छोटे, भाई तनवीर, गुलनेश और बहन कमरजहां हैं। तनवीर, हल्द्वानी में रहकर काम करता है। उसकी मां की मौत हो चुकी है। पिता ने बताया कि करीब दो वर्ष से दिमागी हालत ठीक नहीं थी। उन्होंने डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में इलाज भी कराया था। वह गुस्से में परिजनों के साथ मारपीट करता था। उसने घर में सारा सामान तोड़ डाला था। घर के खिड़की, दरवाजे सभी टूटे हुए थे। एक-दो बार पुलिस को भी बुलाया था, लेकिन पुलिस ने भी दिमागी हालत खराब होने के चलते कोई कार्रवाई नहीं की थी।

घरवालों ने छोड़ दिया था अकेला

पिता ने बताया कि काफी परेशान होने पर वह बेटे गुलनेश और बेटी कमरजहां के साथ करीब 15 दिन पहले मुर्शरफ को उसके हाल पर छोड़कर घर से चले गए थे। वह अपनी ममेरी बहन के घर करीब 25 किलोमीटर दूर गांव में रहने चले गए थे। उन्हें संडे सुबह सूचना मिली कि उनके बेटे की लाश मिली है। जिसके बाद वह गांव पहुंचे, तब तक डेडबॉडी सील हो चुकी थी। गांव वालों ने बताया कि उसके सिर में चोट थी। वह शाम को सही सलामत देखा गया था। मुशर्रफ की लाश गांव से करीब आधा किलोमीटर दूर मिली है।

आखिर क्यों की गई हत्या

मुशर्रफ की लाश मिलने से साफ है कि उसकी हत्या की गई है, लेकिन मानसिक विक्षिप्त होने के बावजूद उसकी हत्या को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।

1-मुशर्रफ की हत्या किसने और क्यों की है, क्योंकि न तो उसकी किसी से कोई दुश्मनी थी और न ही परिजनों की

2-वह अपने घरवालों को नुकसान पहुंचाता था, उसने घर में भी तोड़फोड़ की थी, लेकिन उसने कभी किसी बाहर वाले को नुकसान नहीं पहुंचाया था।

3-क्या मुशर्रफ का किसी से झगड़ा हुआ था, जिसके चलते किसी ने गुस्से में आकर उसकी हत्या कर दी और शव को फेंककर फरार हो गया

4-जब मुर्शरफ की हालत खराब थी तो घरवालों ने उसका सही से इलाज क्यों नहीं कराया और उसे उसके हाल पर ही क्यों छोड़कर चले गए

5-परिजन उसे छोड़कर बाहर रह रहे थे, लेकिन एक सवाल खड़ा होता है कि कहीं मुशर्रफ की मौत में किसी अपने का कोई हाथ तो नहीं है

मानसिक विक्षिप्त की हत्या के मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। परिजनों ने किसी पर आरोप नहीं लगाया है। अपनों पर भी शक जा रहा है।

कलानिधि नैथानी, एसएसपी