- पीओएस से राशन वितरण शुरू होने के बाद कोटेदार हैं परेशान

<- पीओएस से राशन वितरण शुरू होने के बाद कोटेदार हैं परेशान

BAREILLY:

BAREILLY:

जिले में प्वॉइंट ऑफ सेल (पीओएस) से राशन वितरण शुरू क्या हुआ कोटेदार इस्तीफा देने लग गये हैं। डीएसओ के यहां कोटे का लाइसेंस कैंसिल करने के लिए आवेदन आ रहे हैं। शासन ने प्रदेश में राशन वितरण में पारदर्शिता लाने के लिए यह नई व्यवस्था शुरू की है, लेकिन यह बात कोटेदारों को रास नहीं आ रही है। क्योंकि, इससे उनकी ऊपरी कमाई बंद हो गई है। लिहाजा वह इस्तीफा देने में ही भलाई समझ रहे हैं।

दो का इस्तीफा मंजूर

पीओएस व्यवस्था लागू होने से पहले जिले के 7 कोटेदारों ने इस्तीफा दिया था। नई सर्विस शुरू होने के बाद चार लोगों ने इस्तीफा दिया है। हालांकि, इनमें से दो का ही इस्तीफा मंजूर किया गया है। जिनके नाम है ब्रह्मापुरी महिला उपभोक्ता ब्रह्मापुरी और ब्रह्मापुरी महिला उपभोक्ता कानूनगोयान। हलांकि, अधिकारियों का कहना है कि कोटेदार पीओएस व्यवस्था लागू होने से नहीं बल्कि व्यक्तिगत समस्याओं के कारण ऐसा कर रहे हैं। महिला और बुजुर्ग कोटेदार जिनकी शादी होने वाली है वही इस्तीफा दे रहे हैं।

ब्भ्भ् कोटेदारों को बंटी है पीओएस

जिले में क्7भ्0 कोटेदार हैं। इनमें से राशन वितरण के लिए करीब ब्भ्भ् कोटेदारों को पीओएस बांटी गई है। इनमें बरेली शहर, आंवला नगरीय क्षेत्र, मीरगंज, क्यारा, और फतेहगंज पश्चिमी सहित अन्य जगहों पर पीओएस के जरिए ही राशन वितरण हो रहा है। जहां पर राशन कार्ड धारक को थम्ब इम्प्रेशन के जरिए राशन दिये जा रहे हैं। चूंकि नई व्यवस्था में सारी चीजें ऑनलाइन है, तो कोटेदार राशन की ब्लैक मार्केटिंग नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में उनकी ऊपरी कमाई बंद हो गई है।

यह भी है एक रीजन

कोटेदारों के इस्तीफा देने के पीछे राशन वितरण पर मिलने वाला कमीशन भी एक रीजन हैं। एक क्विंटल गेहूं या चावल बांटने पर क्ख् रुपए का कमिशन मिलता है। जबकि, एक लीटर केरोसिन की बिक्री पर फ्भ् पैसे कमिशन तय है। गोदाम से दुकान तक राशन ले जाने का जिम्मा कोटेदार का ही है। जिसका अलग से किराया नहीं मिलता है। ऐसे में राशन वितरण में निगरानी बढ़ने के बाद कोटेदार कटने लग गये हैं। यही वजह है कि शहर में म् और ग्रामीण क्षेत्र में ख्7 कोटे की दुकानें रिक्त चल रही है।

पीओएस व्यवस्था लागू होने से कोटेदार इस्तीफा नहीं दे रहे हैं। बल्कि बुजुर्ग होने या फिर जो महिला कोटेदार हैं उनकी शादी है इस वजह से इस्तीफा दे रही हैं।

सीमा त्रिपाठी, डीएसओ