-शिक्षा विभाग में विवाद का विषय बने दो मुद्दे सुलझे

-बीएलओ की डयूटी से टीचर्स को मिली मुक्ति

-एमबी कॉलेज में 11वीं के फेल छात्रों को मिलेगा गे्रस मार्क

BAREILLY:

पिछले कई दिनों से एजुकेशन डिपार्टमेंट में टेंशन का सबब बने दो मसले थर्सडे को सुलझा लिए गए। इनमें प्राइमरी स्कूलों के टीचर्स से बीएलओ की ड्यूटी लेने व एमबी कॉलेज में फेल क्क्वीं के स्टूडेंट्स को राहत मिली है।

बीएलओ नहीं सुपरवाइजिंग करेंगे शिक्षक

अन्य पिछड़ी जाति की गणना के लिए बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों की तैनाती के आदेश आए थे, जिसका शिक्षक संगठन लगातार विरोध कर रहे थे.आज इस मामले में टीचर्स से सहमति बन गई, जिसमें फैसला लिया गया कि गणना कार्य से महिला, विकलांग व प्राइमरी और मिडिल स्कूल के प्रधानाध्यापक मुक्त रहेंगे। जबकि प्राइमरी व मिडिल स्कूल के सहायक अध्यापकों को सुपरवाइजर की भूमिका निभानी होगी। थर्सडे को बीएसए और प्राथमिक शिक्षक संघ के योगेश गंगवार, नरेश गंगवार व अन्य शिक्षक नेता के बीच यह समझौता हुआ।

फेल स्टूडेंट्स पर हुआ समझौता

एमबी इंटर कॉलेज के करीब फ्00 फेल स्टूडेंट्स के मामले में समझौता हो गया। स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन ख्0 मा‌र्क्स पाने वाले स्टूडेंट्स को ग्रेस मा‌र्क्स देकर पास करने का फैसला लिया है। जबकि वे छात्र जिन्होंने आंसर शीट में पास होने लायक परफार्म नहीं किया, उन्हें फेल ही माना जाएगा। इस तरह करीब 70 फीसदी छात्र पास हो जाएगे। स्कूल इन छात्रों के रिजल्ट भी एक दो दिन में रिलीज कर देगा। डीआईओएस ने बताया कि स्कूल मैनेजमेंट ने विवाद में बनी सहमति की मौखिक इंफॉर्मेशन दी है।