बरेली (ब्यूरो)। पत्नी की हत्या के मामले में जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे कैदी का शव सोमवार की शाम जेल गमछे के सहारे खिडक़ी से लटका मिला। घटना से जेल प्रशासन में हडक़ंप मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। परिजन जेल में बंद चार कैदियों पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं।

18 अप्रैल को की थी पत्नी की हत्या
भमौरा थाना क्षेत्र के गांव दलपतपुर निवासी 50 वर्षीय अमर सिंह ने 18 अप्रैल 2018 को अपनी पत्नी नन्हीं देवी की हत्या कर शव जला दिया था। 20 अप्रैल 2018 को पुलिस ने ससुराल वालों की तहरीर के आधार पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर अमर सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मामले में कोर्ट ने 24 नवंबर 2020 में अमर सिंह को पत्नी की हत्या का दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी। जिस डेट में पत्नी की हत्या की थी, उसी डेट में उसने जेल में आत्महत्या कर ली। प्रभारी डीआईजी जेल आरएन पांडे ने बताया कि सोमवार की शाम बंदी रक्षक खाना देने के लिए जेल की बैरक 19 में गया था। जहां पर उसे अमर सिंह का शव गमछे के सहारे खिडक़ी पर लटका मिला। आनन-फानन में अफसर मौके पर पहुंचे और कैदी के शव को उतारकर जेल के अस्पताल ले जाया गया। जहां पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह हैंगिंग आई है।

सुसाइड मामले की जांच शुरू
प्रभारी डीआईजी जेल आरएन पांडे ने बताया कि जेल में सुसाइड के मामले की जांच कराई जा रही है। इस मामले में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही कैदियों से भी पूछताछ की जा रही है।


परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप
मृतक की पुत्री पूनम ने बताया कि 17 अप्रैल को वह अपने पिता से मिलने जेल गई थी। तब उन्होंने उसे एक पर्चा देकर कहा था कि जेल की बैरक संख्या 23 में बंद चार कैदी उसे परेशान करते हैं। कई बार उसके साथ मारपीट भी कर चुके हैं। यदि उन्हें कुछ हो जाए तो उसके जिम्मेदार वही चार कैदी होंगे।


फैक्ट एंड फिगर
18 अप्रैल 2018 को की थी पत्नी की हत्या
20 अप्रैल 2018 को हुई थी अमर सिंह की गिरफ्तारी
24 नवंबर 2020 को हुई थी उम्रकैद की सजा


वर्जन
मामले में जूडिशियल जांच के लिए सीजेएम को रिपोर्ट भेज दी गई है। स्वजन की ओर से अभी तक प्रकरण में कोई शिकायत नहीं मिली है।
- राजीव शुक्ला, जिला जेल अधीक्षक