कोरोना से बचने के लिए एक्सप‌र्ट्स दे रहे फ्रूट खाने की एडवाइस

- तीन से चार गुना बढ़े फलों के रेट, फुटकर में रेट पहुंचे आसमान

बरेली: कोरोना वायरस बचने के लिए एक्सप‌र्ट्स हेल्दी फूड खाने की एडवाइस दे रहे हैं। ऐसे में लोग खानपान को लेकर काफी अलर्ट हैं। शहर में जब वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ा तो फ्रूट्स की डिमांड भी तेजी से बढ़ी। जिसका फुटकर दुकानदार जमकर फायदा उठा रहे हैं। मंडी की बात करें तो फ्रूट्स के रेट थोड़े बढ़े हुए हैं लेकिन फुटकर दुकानदारों ने मनमाने तरीके रेट बढ़ा दिए हैं। ऐसे में आम पब्लिक को मजबूरी में महंगे फल खरीदने पड़ रहे हैं। वहीं यही फुटकर दुकानदार जब पॉश एरिया में पहुंचते हैं तो इनके रेट और ज्यादा बढ़ जाते हैं। फलों के बढ़े रेट से अपर क्लास फैमिली को तो ज्यादा फर्क नहीं पड़ रहा है पर पर इससे लोअर क्लास की प्लेट से जहां फल गायब हो गए हैं तो वहीं मिडिल क्लास के लोगों फल खाने से पूरे मंथ का बजट ही बिगड़ जा रहा है।

आवक भी हुई कम

डेली की डायट में फ्रूट्स को शामिल करने वालों ने भी अब इम्यूनिटी बूस्टर फ्रूट्स की डिमांड बढ़ा दी है। यह बात कहना है फल विक्रेताओं की। उनका कहना है कि डेली फ्रूट्स लेने वाले कॉलोनियों के लोगों ने अब इम्यूनिटी बूस्टर के चलते फलों की डिमांड बढ़ा दी है। इसके साथ ही फ्रूट्स की आवक कुछ कम हुई है जिस कारण रेट बढ़े हुए हैं। इसमें कई फ्रूट्स तो ऐसे है जिनकी सीजन भी अब खत्म होने वाली भी है।

रोजेदार भी परेशान

मुस्लिम समाज का रमजान चल रहे हैं। रमजान माह में बात करें तो प्यास कम लगे इसके लिए और इम्यूनिटी ठीक रखने के लिए सभी रोजेदार फ्रूट्स का यूज करते हैं। लेकिन अचानक रेट बढ़ने से रोजेदार भी उतनी मात्रा में फ्रूट्स को अपनी इफ्तारी और सहरी में शामिल नहीं के पा रहे हैं।

रोड किनारे बेच रहे कटे फल

शहर में ही नहीं पूर देश में कोरोना संक्रमण जैसी महामारी फैली हुई है। कोरोना हवा में फैल रहा है इस बात भी बताई जा रही है, लेकिन इसके बीच भी रोड किनारे फल बेंचने वाले फल विक्रेता फड, ठेले वाले कटे हुए तरबूज और खरबूज बेंच रहे हैं। तरबूज खरबूज ही नहीं पपीता के साथ अन्य फ्रूट्स को भी काट कर रखने के बाद बेंच रहे हैं। इससे बीमारी बढ़ने के चांसेस अधिक बढ़े हुए हैं।

यह हैं रेट

फ्रूट थोक रेट मार्च अप्रैल

कीवी 30 40 70

संतरा 70 30 120

आम 40 40 70

सेब 100 60 200

मौसमी 50 55 150

अंगूर 60 50 120

अमरूद 60 70 90

पपीता 30 30 60

तरबूज 10 40 25

खरबूजा 30 60 50

नोट- कीवी के रेट पर पीस और बाकी सभी पर केजी में।

इम्यूनिटी के चलते इस वक्त फ्रूट्स का यूज तो कर रहे हैं लेकिन इस समय फ्रूट्स के रेट भी आसमान पहुंच रहे हैं। आम आदमी की पहुंच से बाहर हो रहे हैं।

अंबुज

पिछले माह तो फ्रूट्स के रेट ठीक थे, आम लोगों को पहुंच मे थे, लेकिन अब तो फ्रूट्स के रेट तो अप्रैल माह माह में कॉरोना के केसेस अधिक मिलने के बाद बढ़े हैं।

रशमी

मंडी से ही फल कम मिल पा रहे हैं, वीकेंड लॉकडाउन के चलते डर के कारण फल ही नहीं लेने गया। अब ऐसे में फलों के रेट तो बढ़ेंगे ही। फलों के रेट तो पहले की अपेक्षा अधिक बढ़ गए हैं।

श्यामपाल, फल विक्रेता

हम लोग ही नहीं अब तो मंडी में भी फलों के रेट में काफी इजाफा हुआ है। इसीलिए जब हम लोगों के लिए मंडी से रेट बढ़कर मिल रहे हैं तो हम लोग भी महंगे बेंच रहे हैं।

दामोदर, फल विक्रेता