- सेल्फ फाइनेंस सब्जेक्ट्स में मिल रहे हा एडमिशन

- स्टूडेंट्स को नहीं मिल रहे मनचाहे सब्जेक्ट्स में एडमिशन

BAREILLY: यूजी के फ‌र्स्ट ईयर की काउंसलिंग में सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन को लेकर स्टूडेंट्स प्रॉब्लम्स में पड़ गए हैं। स्टूडेंट्स को मनचाहे सब्जेक्ट्स नहीं मिल रहे हैं, जिन सब्जेक्ट्स में वे एडमिशन चाहते हैं, उनकी सभी सीटें फुल हो गई हैं। उन्हें मजबूरन सेल्फ फाइनेंस के सब्जेक्ट्स लेने पड़ रहे हैं, जिनकी फीस भी काफी हाई है। ऐसे में कई स्टूडेंट्स हैं, जिन्होंने काउंसलिंग तो करा ली है, लेकिन फीस जमा नहीं की है।

साइंस में आ रही है प्रॉब्लम्स

बीसीबी में एडमिशन की मेन काउंसलिंग अपना आधा पड़ाव पार चुकी है। अधिकांश रेगुलर सब्जेक्ट्स की सीटें फुल हो गई हैं। ऐसे में स्टूडेंट्स को अब उनके मनचाहे सब्जेक्ट में एडमिशन मिलना बंद हो गया है। सबसे ज्यादा प्रॉब्लम्स बीएससी के स्टूडेंट्स को हो रही है। स्टूडेंट्स जिस सब्जेक्ट में एडमिशन लेना चाहते हैं, टीचर्स उनको दूसरा सब्जेक्ट प्रोवाइड करा रहे हैं, जो सेल्फ फाइनेंस के अंतर्गत आते हैं। स्टूडेंट्स सेल्फ फाइनेंस के सब्जेक्ट्स को सिलेक्ट करने में इंट्रेस्ट नहीं दिखा रहे हैं। काउंसलिंग में आ रहे अधिकांश स्टूडेंट्स को अब मायूसी हाथ लग रही है।

यह है सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन

बीएससी फ‌र्स्ट ईयर का सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन दो ग्रुप में बंटा हुआ है। पहले ग्रुप बायो में जूलॉजी, बॉटनी और केमेस्ट्री है। इन तीनों में कोई एक सब्जेक्ट चूज करना पड़ता है। इसके अलावा जूलॉजी की सीट फुल होने पर इंडस्ट्रियल माइक्रोबायोलॉजी या फिर बायोटेक्नोलॉजी दिया जाता है। बॉटनी की सीट फुल होने पर एनवायरमेंटल साइंस दिया जाता है। इसी तरह केमेस्ट्री फुल होने पर इंडस्ट्रियल केमेस्ट्री या फिर मिलिट्री साइंस दिया जाता है। दूसरे ग्रुप मैथ्स में फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथ्स है। तीनों में से एक सब्जेक्ट ही चूज कर सकते हैं। केमेस्ट्री की सीट फुल होने पर स्टूडेंट्स को सांख्यिकी, या इंडस्ट्रियल केमेस्ट्री या मिलिट्री साइंस दिया जाता है।

मेन सब्जेक्ट हुए फुल

दोनों ग्रुप के मेन सब्जेक्ट्स जूलॉजी, बॉटनी, केमेस्ट्री, मैथ्स और फिजिक्स की सीटें फुल हो गई हैं। अब स्टूडेंट्स को इंडस्ट्रियल केमेस्ट्री, बायोटेक्नोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, मिलिट्री साइंस जैसे सब्जेक्ट दिए जा रहे हैं, जिनको पढ़ने में अधिकांश स्टूडेंट्स को रूचि नहीं हैं। यही नहीं सब्जेक्ट्स की फीस भी काफी हाई है, जिसके चलते स्टूडेंट्स इनको सिलेक्ट करने में कतरा रहा हैं। सब्जेक्ट चूज करने को लेकर काउंसलिंग के दौरान स्टूडेंट्स और टीचर्स के बीच बहस भी छिड़ जा रही है। जिसको लेकर स्टूडेंट्स हंगामे पर उतारू हो जा रहे हैं।