- परिवहन मुख्यालय का फरमान बगैर भौतिक सत्यापन के बस स्टैंड से नहीं निकलेगी बस

-बढ़ते हादसों को देखते हुए विभाग ने लिया एक्शन, सत्यापन में मिली कमी को तुरंत किया जाएगा ठीक

4 डिपो हैं बरेली रीजन में

659 बसें है बरेली रीजन में कुल

डिपो में बसों की स्थित

बरेली डिपो

171-निगम की है बरेली डिपो की जिसमें 3 बसें जनरथ

28-अनुबंधित बसें हैं जिसमें से 7 बसें शताब्दी हैं

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रुहेलखंड डिपो

160-बसें निगम की हैं जिसमें से 3 जनरथ

29-बसें अनुबंधित बसें, जिसमें 9 शताब्दी

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पीलीभीत डिपो

92-बसें हैं निगम की

19-बसें अनुबंधित हैं इसमें से 12 बसें शताब्दी

बदायूं डिपो

126-बसें निगम की हैं

37-बसें हैं अनुबंधित

बरेली: परिवहन निगम मुख्यालय ने पैसेंजर्स के सफर को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए नया फरमान जारी किया है। अब से रोडवेज बसों को स्टैंड पर जाने से पहले वर्कशॉप पर 31 बिन्दुओं पर सत्यापन किया जाएगा। इसके बाद ही सवार लेकर जा सकेंगी। साथ ही ड्राइवर्स का हर माह आई टेस्ट भी कराना होगा। रोडवेज बसों से होने वाले हादसों को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।

ब्रीद एनलाइजर से होगा टेस्ट

रोडवेज की बसों को चलाने वाले बस ड्राइवर अक्सर शराब पीकर चलाते हैं जिससे हादसे हो जाते हैं। अब से सभी ड्राइवर्स का ब्रीद एनलाइजर से टेस्ट किया जाएगा। इसमें जो भी शराब पिए हुए पाया जाएगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं ड्राइवर और कंडेक्टर को बिना वर्दी में वाहन चलाने पर भी कार्रवाई के भी आदेश दिए हैं।

इन बिन्दुओं पर होगा सत्यापन

बस संख्या, सीट और बैक सीट में कैप, फर्श, बम्पर अगला पिछला, ग्रिल, पायदान, डैश बोर्ड का पेंट बाहर और अंदर, शीशे, बैक लाइट, निर्धारित रिफ्लेक्टर, लाल रंग की पेंट हथौड़ी, अग्नि शमन यंत्र, बैट्री, वायरिंग, डीजल टैंक का लीकेज, यूपी परिवहन निगम का कोट, निर्धारित स्लोगन, इंटिगेटर, बीडीएम, स्पीड लिमिट डिवायस, इमरजेंसी एग्जिट, टायरों की दशा और साइड इंटीकेटर आदि की जांच होगी।

हर माह आंखें होंगी चेक

रोडवेज की बसों के ड्राइवर और कंडेक्टर का अब आरएम को प्रतिमाह आईसाइट टेस्ट कराना होगा। क्योंकि पिछले दिनो हुए बस हादसे में अधिकांश ड्राइवर की आईसाइट में कमी पाई गई। जिसको देखते हुए विभाग को मुख्यालय से ड्राइवर की प्रतिमाह आईसाइट टेस्ट कराना होगा, ताकि सफर सुरक्षित हो सके।

8 ड्राइवर मिले थे अनफिट

ज्ञात हो परिवहन विभाग ने संविदा चला और परिचालक की जांच की तो उसमें पांच ड्राइवर और तीन कंडेक्टर को आयोग्य घोषित कर दिया। इसके बाद उनकी सेवा समाप्त कर दी गई। यह जांच संविदा बहाली समिति आर्बीट्रेशन समिति ने की थी।

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-परिवहन मुख्यालय से आदेश आया है। आदेश के अनुसार सभी रोडवेज3 की बसों को बस अड्डा से निकालने से पहले ही 31 बिन्दुओं पर भौतिक सत्यापन करना जरूरी है। किसी बस में कोई कमी निकलती है तो उसे पहले ठीक कराया जाएगा।

एसके बनर्जी, आरएम बरेली रीजन