-फार्मेसी डिपार्टमेंट में उपलब्ध नहीं है केमिकल

-प्रोफेसर्स कर रहे हैं स्टूडेंट्स की एवरेज मार्किंग

>BAREILLY: आरयू के फॉर्मेसी डिपार्टमेंट में बीते छह माह से कई प्रकार के केमिकल ही अवेलेबल नहीं हैं। ऐसे में, स्टूडेंट्स प्रैक्टिकल से वंचित हो रहे हैं। जबकि, एक सेमेस्टर में प्रैक्टिकल के 10 एग्जाम देने होते हैं। इस दौरान दो सेमेस्टर का रिजल्ट भी तैयार हो चुका है। स्टूडेंट्स की मानें तो यूनिवर्सिटी की लापरवाही का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है। रिजल्ट का आधार टैलेंट की बजाय एवरेज मार्किंग बन रही है।

300 स्टूडेंट्स प्रभावित

यूनिवर्सिटी चार वर्षीय बीफार्मा और दो वर्षीय एमफार्मा का कोर्स चलता है। बीफार्मा में 240 स्टूडेंट्स और एमफार्मा में 60 स्टूडेंट्स एडमिशन लिये हुए हैं। स्टूडेंट्स को प्रत्येक सेमेस्टर में कम से कम 10 प्रैक्टिकल करने होते हैं, लेकिन इन स्टूडेंट्स को बीते छह माह से केमिकल की कमी से जूझना पड़ रहा है। इस कारण स्टूडेंट्स को प्रैक्टिकल नहीं कराए जा रहे हैं।

लेटर, रिमाइंडर, फिर भी सवाल

केमिकल की कमी खत्म करने के लिए पूर्व एचओडी प्रो। एसडी सिंह ने यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन को लेटर लिखकर केमिकल मुहैया कराने को कहा। लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। नए एचओडी प्रो। एस रामास्वामी ने भी नवंबर में यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन केमिकल उपलब्ध कराने के लिए लेटर लिखा है। फिर भी यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने केमिकल उपलब्ध नहीं करा सका। हैरत की बात तो यह है कि रजिस्ट्रार से इस मसले पर बात हुई, तो उन्हें ने ऐसे किसी भी लेटर की जानकारी न होने की बात कहकर लेटर और रिमाइंडर पर संशय खड़ा कर दिया। फिलहाल, सच जो भी हो स्टूडेंट्स का कॅरियर प्रभावित हो रहा है।

ये केमिकल उपलब्ध नहीं

-ग्लिसरीन

-सल्फ्यूरिक एसिड

-पाइरीडीन

-हाइड्रोक्लोरिक

रजिस्ट्रार से मिलकर मांग की जाएगी कि डिपार्टमेंट में जल्द से जल्द केमिकल मुहैया कराए जाएं। ताकि, स्टूडेंट्स को प्रैक्टिकल नॉलेज मिल सके।

अजय कुमार, इकाई अध्यक्ष अंबेडकर छात्र सभा

डिपार्टमेंट में केमिकल का नहीं होना एक गंभीर समस्या है। स्टूडेंट्स को इससे काफी समस्याओं को सामना करना पड़ रहा है। उनके भविष्य पर भी इसका असर पड़ेगा।

गजेन्द्र पटेल, जिलाध्यक्ष सछास

मामला संज्ञान में नहीं है। इस संबंध में डिपार्टमेंट के एचओडी से बात की जाएगी। साथ ही जल्द से जल्द केमिकल मुहैया कराया जाएगा,

डॉ। एसएल मौर्य, रजिस्ट्रार