-केसरपुर में 1951 में एक साथ हुए थे 11 मर्डर

-गांव में अधिकारियों के साथ फोर्स तैनात

-नहीं पकड़े गए आरोपी, परिवार में पसरा मातम

BAREILLY: भुता के केसरपुर में संडे रात हुआ खूनी खेल आजादी के बाद से खेला जा रहा है। गांव में मामूली बात को लेकर 1951 में एक साथ 11 लोगों की जलाकर हत्या कर दी गई थी। कुछ साल पहले ही गांव में एक ही परिवार के 4 लोगों की जमीन को लेकर हत्या कर दी गई थी। एक बार फिर से गांव में हत्या के बाद तनाव का माहौल बना हुआ है। मंडे को एडीएम ई अरुण कुमार, एसपी रूरल बृजेश श्रीवास्तव भारी संख्या में पुलिस फोर्स के साथ माैजूद रहे।

मासूम को गले लगाकर रो रही

बता दें कि केसरपुर में संडे रात मामूली बात पर जरी कारोबारी अबरार की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मंडे सुबह दोपहर परिजनों ने शव को दफनाया। अबरार की पत्‍‌नी अपने मासूम बच्चे को गले लगाकर रो रही थी।

वारदात की असली वजह मालिश

अबरार के चचेरे भाई खलील ने बताया कि दो दिन पहले तौफीक का रजत से बाइक तेज चलाने को लेकर झगड़ा हुआ था। संडे शाम को रजत उनके सेलर के पास बब्लू नाई की दुकान पर मालिश कराने के लिए आया। रजत की बब्लू से कुछ कहासुनी हो गई तो आमिर दुकान पर पहुंच गया। इस पर बब्लू ने आमिर को धक्का दे दिया। जब आमिर बाहर निकलकर आ रहा था तो रजत ने कहा कि वह तो बात-बात पर थप्पड़ और गोली मारता है। इस पर वह दुकान पर गए और रजत के परिवार के लोग भी आ गए और मामला शांत हो गया।

फोन पर बोला आकर देखते हैं

खलील ने बताया कि कुछ देर बाद रजत, भानु व दो अन्य आए। इस पर उन्होंने कहा कि तुम लोग अब क्यूं आए हो। कुछ देर बाद भानु के भाई कपिल का फोन आया कि उन्होंने उसके भाई को क्यों कुछ कहा। रात में करीब 8 बजे कपिल, विक्की, भानु, रवि, सिंटू समेत करीब 20 लोग आए और सेलर पर धावा बोल दिया। जब वहां मौजूद अबरार पहुंचा तो उसपर कपिल ने गोली चला दी। उसके बाद सभी आगे गए और मेन अड्डे पर बनी सलमान की दुकान लूट ली और उसे घायल कर दिया।

लगातार हो रहे हैं मर्डर

खलील की मानें तो गांव में 10 हजार की आबादी है जिसमें 5 हजार वोटर हैं। गांव में हिंदू और मुस्लिम दोनों की आबादी बराबर ही है। यहां 1951 से गांव में खूनी खेल खेला जा रहा है। 1951 में गांव के मुस्लिम समुदाय के 11 लोगों की जलाकर हत्या कर दी गई थी। 1992 में बालीवाल के चक्कर में भी मर्डर हुआ था। कुछ साल पहले गांव में एक ही परिवार के 4 लोगों का मर्डर कर दिया गया था। 2 साल पहले ही गांव में पुष्पपाल की कपिल ने ही हत्या कर दी थी।

नेताओं का है हाथ

स्थानीय लोगों ने बताया कि कपिल, विक्की व अन्य बदमाशों पर बड़े नेताओं का हाथ है.एक बार फिर से सभी नेताओं की शरण में चले गए हैं। पुलिस अभी तक किसी को गिरफ्तार भी नहीं कर सकी है।