-पुलिस कार्रवाई के बाद चंदुआ चमरौआ में गांव छोड़ कर चले गए थे ग्रामीण

- पुलिस के भरोसा दिलाने पर लौटने लगे लोग

रिठौरा : पंचायत चुनाव के दिन हुए बवाल के बाद पुलिसिया तांडव से बहुत सारे ग्रामीण गांव छोड़कर कहीं और चले गए हैं। संडे को पुलिस ने गांव जाकर बैठक की और उन्हें शांति से रहने को कहा तो लोग जंगल में दो रातें बिताने के बाद गांव लौटने लगे हैं।

एक वोट के लिए हुआ था बवाल

शुक्रवार को चंदुआ चमरौआ में वोटर आईडी कार्ड में नाम गलत होने पर एक वोट नहीं पड़ सका। इसी बात को लेकर बवाल हो गया। गांव के बीडीसी प्रत्याशी वेदप्रकाश के समर्थकों ने पुलिस पर हमला कर दिया। मौके पर डीएम, एसएसपी पहुंच गए, लेकिन बलवाई पथराव करते रहे तो पुलिस की तरफ से हवाई फायरिंग की गई। जवाब में बीडीसी प्रत्याशी के लोगों ने भी फायरिंग की। उसके बाद पीएसी को बुलाकर पुलिस ने गांव वालों पर लाठी चार्ज कर दी। नौ लोगों को हिरासत में लेने के बाद शनिवार को मुख्य आरोपी वेदप्रकाश को भी पुलिस ने गिरफतार कर जेल भेज दिया। पुलिस की लगातार दबिश से लोग दहशत में आ गये और रातें खेतों में गुजारने लगे। रविवार को थाना प्रभारी एमएम खान ने गांव जाकर प्राइमरी स्कूल में लोगों को बुलाकर बैठक की और गांव से भागे लोगों से लौट आने की अपील की। कहा-लोग शांति से रहें, उन पर अब कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। इस आश्वासन के बाद लोगों का उत्साह बढ़ा और गांव लौटने लगे।

ग्रामीणों को दिया आश्वासन

चन्दुआ चमरौआ में पुलिस कार्रवाई से दहशत में आए लोगों को उबारने के लिए नेता पहुंचने लगे हैं। रविवार को पूर्व विधायक वीरेन्द्र सिंह गंगवार भाजपा नेता भुजेन्द्र गंगवार गांव मे पहुंचे और लोगों को भरोसा दिलाया कि अब किसी पर कार्रवाई नहीं होने दी जाएगी। कहा- पुलिस ने बेकसूर लोगों पर कार्रवाई कर उन्हें जेल भेजा है।