- राजश्री कॉलेज में पकड़ी गई थी सामूहिक नकल

BAREILLY:

आरयू में थर्सडे को हुई परीक्षा समिति की बैठक में राजश्री कॉलेज को डिबार करने का मुद्दा गरमाया रहा। आरयू के मेन एग्जाम के दौरान कॉलेज में सामूहिक नकल पकड़े जाने के चलते कॉलेज को कुलपति ने डिबार घोषित कर दिया गया था, लेकिन अब परीक्षा समिति ने इसी कॉलेज के छात्रों की मांग पर कॉलेज को डिबार किए जाने के मामले में पुनर्विचार का फैसला लिया है। इसके साथ ही मामले की जांच यूएफएम कमेटी को सौंप दी गई है। परीक्षा समिति के इस फैसले से आरयू प्रशासन सवालों के घेरे में आ गया है।

छात्रों की मांग पर पुनर्विचार

आरयू के मेन एग्जाम के दौरान कई कॉलेज में नकलची पकड़े गए थे। इसके अलावा राजश्री कॉलेज समेत कुछ और कॉलेज में सामूहिक नकल पकड़ी गई थी। इसके बाद कुलपति ने राजश्री कॉलेज को डिबार घोषित कर दिया था। थर्सडे को हुई परीक्षा समिति की बैठक में एग्जाम के दौरान जिन कॉलेजों में नकल होती मिली उन पर कार्रवाई को लेकर चर्चा की गई। इस दौरान राजश्री कॉलेज के छात्रों द्वारा दिए गए उस प्रार्थना पत्र पर भी चर्चा हुई जिसमें छात्रों ने कॉलेज को डिबार न किए जाने की मांग की थी। सवाल यह उठता है कि आखिर क्या वजह रही कि आरयू प्रशासन को राजश्री कॉलेज के ही छात्रों की मांग पर पुनर्विचार करने की जरूरत महसूस हुई, जबकि यहीं के छात्र परीक्षा के दौरान सामूहिक नकल करते ि1मले थे।

उठ रहे सवाल

- जब सामूहिक नकल पकड़ी जा चुकी है, तो अब पुन: विचार क्यों?

- दोषी कॉलेज के ही छात्रों के प्रार्थना पत्र का क्यों लिया संज्ञान?

- आखिर यूएफएम कमेटी को क्यों साैपी जांच?

बैठक में ये रहे मौजूद

बैठक के दौरान कुलपति प्रोफेसर अनिल कुमार शुक्ला, परीक्षा नियंत्रक डॉ। महेश कुमार, डॉ। एके अग्रवाल, पीआरओ डॉ। यशपाल समेत कई शिक्षक मौजूद रहे।