- जानबूझकर वर्कर्स का हक मारने का प्रयास कर रहा प्रशासन व मालिकान, नहीं दे रहे देनदारियां

BAREILLY:

गांधी उद्यान में फ्राइडे को रबड़ फैक्ट्री के वर्कर्स ने धरना प्रदर्शन कर फैक्ट्री मालिकान के रुख और प्रशासन की कार्रवाई को विश्वासघात करार दिया। वर्कर्स लीडर अशोक मिश्रा ने बताया कि 19 वर्षो से बंद पड़ी फैक्ट्री आज भी कागजों में एक्टिव है। कर्मचारियों को सवेतन अवकाश पर भेजकर मालिकान जबरन इसे दिवालिया करार देते हुए बंद करना चाह रहे हैं। ताकि वर्कर्स का वेतन भुगतान न करना पड़े। यहां प्रमोद कुमार, सुभाष चौहान, अरविंद गुप्ता तनय, संत प्रकाश, हैदर नवी, इत्तेजार अली, शिवकांत धनीराम, रामपाल, महेशचंद मौजूद रहे।

450 वर्कर्स की हुई है मौत

बताया कि 19 वर्षो में 450 वर्कर्स की मौत हो चुकी है। कहा फैक्ट्री मालिक प्रशासन को धोखा दे रहे हैं एक्टिव फैक्ट्री की क्लोजर रिपोर्ट नहीं है। ऐसे में फैक्ट्री की नीलामी या उसका क्रय विक्रय कैसे संभव है। अलकेमिस्ट नाम की कंपनी के जरिए सिर्फ मामले को उलझाया जा रहा है। प्रशासन साढ़े तीन लाख रुपए में फैक्ट्री की जमीन लेकर वर्कर्स का हक मारने का प्रयास कर रहा है। वर्कर्स के वेतन भुगतान के लिए श्रम विभाग ने आरसी जारी की है। जिसको प्रशासन अनदेखा कर रहा है। वर्कर्स की करीब 3 सौ करोड़ की देनदारी है। जिसकी मांग डीआरटी, श्रम एवं रोजगार मंत्री, श्रम विभाग व जिला प्रशासन से की जाएगी।