- 300 बेड हॉस्पिटल में रोजाना परेशान हो रहे मरीज

- लैब टेक्नीशियन को हटाए जाने से बंद हुआ सैंपलिंग का काम

बरेली : जिले में रोजाना तीन हजार या इससे अधिक लोगों की सैंपलिंग की जा रही है। इसमें सबसे अधिक सैंपलिंग तीन सौ बेड हॉस्पिटल में बने फ्लू कॉर्नर में हो रही थी लेकिन कुछ दिनों पहले ही यहां तैनात लैब टेक्नीशियनों का कार्यकाल पूरा होने के चलते उनकी सेवा समाप्त कर दी गई। इसके चलते यहां सैंपलिंग फिलहाल नहीं हो रही है। ऐसे में मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है।

पहले यह थी व्यवस्था

कोरोना संक्रमण की शुरुआत में सैंपलिंग के लिए लैब टेक्नीशियन तैनात किए थे। इन सभी को एक फर्म के जरिए तीन महीने के लिए ठेके पर लगाया गया था। सितंबर में सभी एलटी का कार्यकाल पूरा हो गया। इसके चलते कुछ दिनों पहले ही एलटी से ड्यूटी पर न आने को कह दिया गया। सबसे अधिक एलटी तीन सौ बेड अस्पताल में कार्यरत थे। एलटी के हटने का असर सैटरडे को यहां दिखाई दिया। यहां कोरोना की जांच को आए लोगों की संख्या अन्य दिनों की तुलना में कम थी लेकिन सैंपलिंग के लिए इंतजार ज्यादा करना पड़ा।

जानकारी न होने पर भटक रहे मरीज

सबसे ज्यादा परेशानी यहां कोरोना की जांच कराने आ रहे पेशेंट्स को हो रही है। मरीज सुबह से ही आकर यहां इंतजार कर रहे हैं घंटो इंतजार के बाद यहां से मायूस होकर लौटना पड़ रहा है।

एलटी के न होने के चलते सैंपलिंग प्रभावित हो रही है। सीएमओ को इस बावत अवगत करा दिया गया है। उन्होंने जिले के सीएचसी और पीएचसी में तैनात एलटी को तीन सौ बेड हॉस्पिटल में तैनात कराने का आश्वासन दिया है।

डॉ। सुचिता सिंह, प्रभारी फ्लू कार्नर