- स्पीडअप के साथ दौड़ी एनईआर की 31 ट्रेनें

BAREILLY:

1 नवम्बर से एनईआर की 31 ट्रेनों के रनिंग समय में कटौती कर स्पीडअप की नई व्यवस्था लागू हो गई है। ताकि, ट्रेनों के विलंब से चलने की जो समस्या हैं उसे पटरी पर लाया जा सके। बावजूद इसके ट्रेनें गंतव्य स्टेशनों पर समय पर नहीं पहुंच सकी, जिसके चलते यात्रियों की समस्या पहले की तरह ही जस की तस बनी रही।

समय पर नहीं पहुंची ट्रेनें

एक्सप्रेस व सुपरफास्ट ट्रेनें पैसेंजर्स ट्रेनों की भांति चलती रही। स्पीडअप में शामिल कुछ ट्रेनों ऐसी भी रहीं जिनका निर्धारित समय से 3-4 घंटे बाद स्टेशन से संचालन शुरू ही नहीं हो सका था। बीच रास्ते में लेटलतीफी की तो दूर की बात है। कासगंज-कानपुर सेंट्रल एक्सप्रेस ट्रेन का स्पीडअप 20 मिनट का हुआ है, लेकिन वेडनसडे को यह ट्रेन 43 मिनट देरी से चल रही थी। कुछ ऐसा ही हाल आगरा फोर्ट-रामनगर एक्सप्रेस, कासगंज-अछरेना पैसेंजर्स सहित अन्य ट्रेनों का भी रहा। कासगंज-अछनेरा के रनिंग समय में कटौती कर 5 मिनट का स्पीडअप किया गया है। जबकि, यह ट्रेन वेडनसडे को 1.35 घंटे लेट थी।

अधिकारियों का कहना

एनईआर की 15 एक्सप्रेस व 16 पैसेंजर्स ट्रेनों का स्पीडअप किया गया हैं। इन ट्रेनों के रनिंग समय में कटौती कर रेलवे ने टोटल 815 मिनट का स्पीडअप किया है, लेकिन जर्जर पटरियों पर कॉशन से गुजर रही ट्रेनों के रनिंग में स्पीडअप का कोई फायदा नहीं दिख रहा है। हालांकि, रेल अधिकारियों का कहना है कि अगले एक-दो दिन में स्पीडअप का असर दिखेगा। क्योंकि, ट्रेनें पहले से ही इतनी विलंब से चल रही थी कि उस टाइमिंग को कवर करने में कुछ दिन लग सकता है।

बनी रही मुसीबत

वहीं दूसरी ओर रेल यात्रियों की मुसीबत पहले की तरह की बनी रही। बल्कि, स्पीडअप के चलते स्टेशनों पर ठहराव का समय कम होने से समस्याएं और गहरा गई है। प्लेटफार्म पर ठहराव कम होने से यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने और उतरे में मुश्किलों को सामना करना पड़ रहा है। हड़बड़ी में चोट लगने का खतरा भी है।

ट्रेन - मिनट स्पीडअप - विलंब चल रही थी

कासगंज-कानपुर सेंट्रल - 20 - 43 मिनट

आगरा फोर्ट-रामनगर - 85 - 19 मिनट

कासगंज-अछनेरा - 5 - 1.35 मिनट

बरेली सिटी-कासगंज - 20 - 10 मिनट

बरेली सिटी-कासगंज - 15 - 25 मिनट

पीलीभीत-बरेली सिटी - 5 - 16 मिनट

स्पीडअप का फायदा एक-दो दिन बाद देखने को मिलेगा। पहले दिन भी ट्रेनों ने रनिंग समय काफी कवर किया। ट्रेनों के विलंब से चलने के समय में कमी देखने को मिली।

राजेंद्र सिंह, पीआरओ, एनईआर, इज्जतनगर डिवीजन