स्टेशन रोड पर डीएम-एडीएम आवास के आगे नगर निगम का दोहरा उजाला

डिवाइडर पर नए पोल्स-लाइट लगी, लेकिन निगम ने नहीं हटाई पुरानी लाइटें

BAREILLY:

हाकिमों के आगे नियम ही नहीं उन्हें फॉलो कराने वाले जिम्मेदार भी सफाई से अपनी चाल बदल लेते हैं। हाकिम भी वह, जिसके हाथों में पूरे जिले की कमान हो, तो शान में गुस्ताखी हो भी कैसे। कचहरी से सेठ दामोदर दास पार्क की ओर जाने वाली रोड पर डीएम व एडीएम-ई के आवास के आगे उजाले ने अपनी मिली जुली सरकार से अंधेरे को काबू किया है। यहां सीएफएल लाइट की दूधिया उजाले तले सोडियम लाइट की पीली रौशनी रास्ते को गुलजार किए है। दरअसल नगर निगम ने इस रास्ते की डिवाइडर पर नई सीएफएल लाइटें लगने पर पुरानी सोडियम लाइट उतारना जरूरी ही नहीं समझा। इससे एक ओर तो डीएम-एडीएम साहब के घर का गेट तो डबल रौशनी से जगमगा रहा है। वहीं शहर के कई वार्ड अपने अंधेरे इलाकों में रौशनी होने की बाट जोह रहे हैं।

कचहरी के आगे से भूले नियम

जंक्शन से चौकी चौराहा तक जाने वाली स्टेशन रोड को पीपीपी मॉडल के तहत संवारने की कवायद निगम ने की थी। जिसके तहत जंक्शन से कचहरी तक के पुराने पोल्स व सोडियम लाइट हटाकर नए पोल्स व 40 वाट वाली सीएफएल लाइट तो लग गई। लेकिन कचहरी के आगे डीएम आवास के सामने से होते हुए सेठ दामोदर पार्क तक पुराने पोल्स हटाए बिना ही नए पोल्स व लाइटें लगा दी गई। रास्ते के इस हिस्से में कुल 9 पुराने पोल्स हैं। जिन पर 250 वाट की 18 सोडियम लाइटें फिजूल में जगमगा रही।

वार्डो का अंधेरा भी याद नहीं

निगम में मेयर डॉ। आईएस तोमर व नगर आयुक्त शीलधर सिंह यादव से पार्षदों ने कई बार अपने वार्ड में नई लाइटें लगवाने की गुजारिश की है। शहर के 70 वार्डो में से कई वार्ड के एरिया सड़क पर अंधेरे और खराब हो चुकी स्ट्रीट लाइट की समस्या से जूझ रहे, लेकिन नगर निगम डीएम आवास से लेकर सेठ दामोदर पार्क तक बेकार में जगमगा रही सोडियम लाइटें हटाकर वार्डो में नहीं लगाई गई।

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डीएम आवास के आगे से पुराने पोल्स कटवाकर सोडियम लाइटें स्टोर में जमा होनी हैं। इस जल्द हटा लिया जाएगा। पुरानी सोडियम लाइटें वार्डो में जहां अंधेरे की दिक्कत है, वहां लगा दी जाएंगी। - आसिफ अली, इंजीनियर प्रकाश विभाग, नगर निगम