- बीएड में कम हो रहा है स्टूडेंट्स का इंट्रेस्ट

- पहले दिन की काउंसलिंग में 20 परसेंट स्टूडेंट्स रहे गैरहाजिर

BAREILLY: बीएड के नए कोर्स के प्रति स्टूडेंट्स का इंट्रेस्ट घट रहा है। इसकी नजीर बीएड के एडमिशन के लिए हो रही काउंसलिंग में देखने को मिला। पहले ही दिन की काउंसलिंग में करीब ख्0 परसेंट स्टूडेंट्स गैरहाजिर रहे। जबकि पहले दिन उन्हें सरकारी कॉलेज में एडमिशन का मौका मिलता। लेकिन स्टूडेंट्स ने सरकारी कॉलेज में भी एडमिशन लेना मुनासिफ नहीं समझा। काउंसलिंग की शुरुआत में ही यही हालत है तो बाद में कॉलेजेज को सीटें भरने के लाले पड़ जाएंगे। शुरुआती हालात यही बता रहे हैं कि इस बार कई प्राइवेट कॉलेजेज का खाता तक नहीं खुलेगा।

ख्0 परसेंट स्टूडेंट्स रहे अब्सेंट

स्टेट के बीएड कॉलेजेज में एडमिशन के लिए फ्राइडे से काउंसलिंग स्टार्ट हुई। इस बार लखनऊ यूनिवर्सिटी बीएड काउंसलिंग कंडक्ट करा रही है। पहले दिन रैंक भ्,000 तक के स्टूडेंट्स को काउंसलिंग के लिए बुलाया गया था। शहर में दो सेंटर्स आरयू और केसीएमटी में काउंसलिंग कंडक्ट हो रही है। सेंटर्स पर डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन का काम होना है और सीट लॉक स्टूडेंट्स कहीं से भी कर सकते हैं। दोनो ही सेंटर्स पर पहले ही दिन ख्0 परसेंट स्टूडेंट्स अपनी काउंसलिंग कराने नहीं आए। आरयू पर क्म्क् स्टूडेंट्स की काउंसलिंग होनी थी। यहां पर करीब क्फ्0 स्टूडेंट्स पहुंचे। जबकि केसीएमटी पर क्म्ख् स्टूडेंट्स को काउंसलिंग के लिए बुलाया गया था। यहां पर भी क्फ्0 स्टूडेंट्स ने ही अपनी काउंसलिंग कराई।

दो वर्ष ने घटाया क्रेज

इस सेशन से एनसीटीई की नई गाइड लाइंस के अनुसार बीएड दो वर्षो को हो गया है। जिस वजह से स्टूडेंट्स का बीएड के प्रति इंट्रेस्ट कम होता दिखाई दे रहा है। वैसे भी विशिष्ट बीटीसी की वरियता खत्म होने और टीईटी लागू होने के बाद से ही बीएड के प्रति स्टूडेंट्स का रुझान कम होने लगा था। लेकिन इस बार की काउंसलिंग के पहले ही दिन स्टूडेंट्स का ग्राफ तेजी से गिरता दिखाई दे रहा है।

सरकारी कॉलेज में भी दिलचस्पी नहीं

काउंसलिंग के पहले दिन स्टूडेंट्स केवल सरकारी कॉलेजेज की सीट लॉक करते हैं। पहले दिन अधिकांश सभी को सरकारी और एडेड कॉलेजेज की सीट अलॉट हो जाती है। इनकी फीस प्राइवेट कॉलेजेज के मुकाबले काफी कम होती है। इसलिए इनमें एडमिशन के लिए काफी क्रेज रहता है। लेकिन पहली बार दो वर्ष के कोर्स के लिए हो रही काउंसलिंग में स्टूडेंट्स का इंट्रेस्ट सरकारी कॉलेजेज में भी नहीं दिखाई दे रहा है। इसका मतलब साफ है कि स्टूडेंट्स का मन बीएड कोर्स से ही विमुख होता जा रहा है। केसीएमटी सेंटर के कोऑर्डिनेटर डॉ। आरके सिंह ने बताया कि दो वर्ष का कोर्स होने से इस बार ख्0 परसेंट अब्सेंटीज रही। हर वर्ष करीब क्0 परसेंट ही अब्सेंट रहते हैं। दूसरे दिन सरकारी कॉलेज कम प्राइवेट कॉलेजेज ज्यादा रहते हैं। जब स्टूडेंट्स सरकारी कॉलेजेज में ही एडमिशन लेने नहीं आ रहे हैं तो प्राइवेट कॉलेजेज की सीटें तो खाली रहना तय माना जा रहा है।

सर्वर ने भी रुलाया

काउंसलिंग के पहले दिन सर्वर ने स्टूडेंट्स को खूब रुलाया। सुबह क्0 बजे से काउंसलिंग शुरू होनी थी। लेकिन यह काम करीब क्क् बजे शुरू हो सका। इसके बाद भी सर्वर की रफ्तार पूरे दिन धीमी रही। जिसके चलते स्टूडेंट्स काफी परेशान रहे। भीषण गर्मी के चलते स्टूडेंट्स का भी पारा चढ़ गया। आरयू में कुछ स्टूडेंट्स ने प्रोवीसी प्रो। वीपी ंिसंह से इसकी कंप्लेन भी की। धीमी रफ्तार की वजह से उन्हें स्टाफ बढ़ाने की भी गुजारिश की।