- तीसरे दिन महज 54 परसेंट स्टूडेंट्स ही काउंसलिंग कराने पहुंचे

- प्राइवेट कॉलेजेज को डराने लगी है बीएड काउंसलिंग

BAREILLY: जैसा पहले अंदेशा जताया जा रहा था आखिरकार वही हुआ। स्टेट के सेल्फ फाइनेंस बीएड कॉलेजेज की मुसीबतें शुरू हो गई हैं। पहली बार दो वर्ष के बीएड कोर्स की हो रही काउंसलिंग से स्टूडेंट्स कतराने लगे हैं। सरकारी व एडेड कॉलेजेज फुल हो गए हैं। अब केवल प्राइवेट कॉलेजेज ही बचे हैं। लेकिन शुरूआत में ही काउंसलिंग की जो स्थिति बन रही है वह प्राइवेट कॉलेजेज के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं। स्टूडेंट्स प्राइवेट कॉलेजेज से दूर भागने लगे हैं। काउंसलिंग के महज तीसरे दिन ही करीब ब्म् परसेंट स्टूडेंट्स काउंसलिंग कराने नहीं पहुंचे। यह हालत तब है जब फ‌र्स्ट फेज की काउंसलिंग क्7 जून तक होनी है।

महज भ्ब् परसेंट ने ही काउंसलिंग कराई

संडे को काउंसलिंग के लिए क्ख्00क् से ख्ख्000 रैंक तक के स्टूडेंट्स को काउंसलिंग के लिए बुलाया गया था। आरयू के सेंटर पर ब्म्8 स्टूडेंट्स को कॉल किया गया था। जिसमें से महज ख्म्9 स्टूडेंट्स ही काउंसलिंग कराने पहुंचे। ब्फ् परसेंट स्टूडेंट्स काउंसलिंग कराने नहीं आए। वहीं केसीएमटी के सेंटर पर ब्म्ख् स्टूडेंट्स को कॉल किया गया था। जिसमें से महज ख्फ्भ् स्टूडेंट्स ही काउंसलिंग कराने पहुंचे। करीब ब्9 परसेंट स्टूडेंट्स काउंसलिंग से दूर रहे। काउंसलिंग के यह आंकड़े प्राइवेट कॉलेजेज को डराने वाले हैं। पहले दिन ख्0 परसेंट स्टूडेंट्स अब्सेंट रहे दूसरे दिन करीब ख्म् परसेंट स्टूडेंट्स। तीसरे दिन काउंसलिंग छोड़ने वालों की संख्या डबल हो गई।

मोबाइल नम्बर चेंज होने पर च्वाइस लॉक में हुई प्रॉब्लम

दूसरे दिन की काउंसलिंग के दौरान शाम तीन बजे से च्वाइस लॉक का प्रोसेस भी शुरू हो गया। जिन स्टूडेंट्स ने आवेदन के समय मोबाइल नम्बर फीड किया था, लेकिन अब या तो नम्बर चेंज हो गया है या फिर गायब हो गया है, उन्हें च्वाइस लॉक करने में प्रॉब्लम हो रही है। आईडी पासवर्ड मोबाइल नम्बर पर ही आता है। इस बार आईडी पासवर्ड स्टूडेंट्स के मॉनीटर पर नहीं शो होगा। लास्ट ईयर स्टूडेंट्स का आईडी पासवर्ड हैक कर लिया गया था। इसलिए इस बार व्यवस्था चेंज कर दी गई थी। आरयू के वेबसाइट इंचार्ज रवींद्र गौतम ने बताया कि ऐसे स्टूडेंट्स डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के दौरान अपना नया मोबाइल नम्बर फीड करा दें। ताकि आईडी पासवर्ड उनके नए नम्बर पर आए। नहीं तो बाद में उन्हें लखनऊ स्थित एनआईसी सेंटर पर नए मोबाइल नम्बर को रजिस्टर्ड कराना पड़ेगा। संडे को ऐसे काफी स्टूडेंट्स आए थे। बाद उनके नए नम्बर को लखनऊ में रजिस्टर्ड कराया गया। तब कहीं जाकर वे अपनी च्वाइस लॉक कर पाए।