दबिश देने निकले थे तीन दरोगा, बिना हथियार पुलिस को देख तस्करों के हौसलें बढ़

तीन पशु तस्कर गिरफ्तार, आईजी बोले, लगेगी एनएसए व गैंगेस्टर

BAREILLY: फरीदपुर के पदारथपुर में वेडनसडे की रात शहीद दरोगा मनोज कुमार मिश्रा उम्र 34 वर्ष की जान पुलिस की जल्दबाजी में गई। एसएचओ के निर्देश पर तीन सब इंस्पेक्टर जल्दबाजी में दबिश के निकल गए, लेकिन इनमें से एक भी एसआई अपने साथ असलहा लेकर नहीं गए थे। यही वजह रही कि पशुतस्करों की फायरिंग का जवाब पुलिसकर्मी नहीं दे सके। आखिरकार एक एसआई को जान गंवानी पड़ गई। दारोगा को गोली लगने के बाद टीम वापस भाग आई। वहीं, वारदात के बाद पुलिस टीम ने ताबड़तोड़ दबिश देकर 3 पशु तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि, 10 पशु तस्कर चिह्नित कर लिए गए हैं। आईजी ने दावा किया है कि 24 घंटे के भीतर सभी की गिरफ्तारी का दावा किया है। उन्होंने कहा कि पशुतस्करों के खिलाफ एनएसए व गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी।

रास्ते में बुलाए गश्त पर निकले दो सिपाही

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सीओ फरीदपुर मनोज कुमार पांडे को सूचना मिली थी कि पदारथपुर गांव में पशु तस्कर प्रतिबंधित पशुओं को काटने के लिए लेकर जा रहे हैं। सीओ ने तुरंत इसकी सूचना एसएचओ फरीदपुर जितेंद्र कौशल को दी। जितेंद्र कौशल ने बिना किसी प्लानिंग के थाने में मौजूद एसआई मनोज कुमार मिश्रा, प्रेमवीर व सुधीर को ड्राइवर के साथ जीप तुरंत भेज दिया। दबिश के लिए तीन दारोगाओं की टीम मालखाने से हथियार लिये बगैर ही चली गई। बताते हैं कि एसआई मनोज मिश्रा ने गश्त पर निकले सिपाही सुधीर व यशवीर को फोन पर सूचना दी और रास्ते में एक चौराहा पर मिलने के लिए कहा। उन सिपाहियों के पास रायफल थी। मौके पर पहुंचते ही पुलिस ने पशु तस्करों को पकड़ने की कोशिश की तभी एक पशु तस्कर ने गोली चला दी, जिसमें मनोज कुमार मिश्रा घायल हो गए। साथ में गए सिपाहियों ने जवाब में फायरिंग की लेकिन तस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले। उसके बाद टीम एसआई को लेकर हॉस्पिटल दौड़ी लेकिन मनोज की जान चली गई।

खेला खूनी खेल

एसआई की मौत के बाद पुलिस अधिकारियों ने तुंरत ही प्लानिंग कर पशु तस्करों के गांव में ताबड़तोड़ दबिश शुरू कर दी। पुलिस ने पशु तस्करों के घरों में जमकर तोड़ फोड़ की, जो भी मिला उसे पकड़कर थाने ले गई। सभी अधिकारी सुबह 4 बजे तक गांव में ही मौजूद रहे। इस दौरान पुलिस ने तीन पशु तस्करों एहसान, फुरकान व मेसर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में तीनों ने बताया कि पशु तस्करी में पप्पू कैरियर का काम करता है। उसके अलावा मटरु, कौशर, शहंशाह, पधान, बिहारी, जाबिर, मिसरियार, हामिद व अफसर भी शामिल हैं। पुलिस ने सभी 13 पशु तस्करों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और सभी फरार चल रहे पशु तस्करों की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।

गोली मारने वाला मटरू फरार

पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार पशु तस्करों ने बताया कि गोली मटरू ने चलाई थी। वारदात के बाद से वह फरार चल रहा है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगी हुई है। पुलिस गिरफ्त में आए पशु तस्करों की मदद से पशुओं की खरीद-फरोख्त करने वालों के पास पहुंचेगी। आईजी व एसएसपी ने साफ कह दिया कि इस मामले में कोई भी शामिल हो किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। आईजी ने बताया कि बरेली जोन में अब तक 9 पशु तस्करों के खिलाफ एनएसए लगाया गया है। 150 पशु तस्करों पर गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी।

नपेंगे मदद करने वाले पुलिसकर्मी

अक्सर पुलिसकर्मियों के पशु तस्करों के साथ मिले होने के आरोप लगते हैं। आईजी ने कुछ माह पहले बरेली के ऐसे 21 पुलिसकर्मियों की लिस्ट तैयार कराई थी। ये पुलिसकर्मी कई वर्षो से एक ही चौकी में जमे हुए थे और पशु तस्करों को पास कराने का काम करते थे। इन पुलिसकर्मियों को जिले के अन्य स्थानों पर ट्रांसफर कर दिया गया था, लेकिन कई पुलिसकर्मी दोबारा उन्हीं चौकियों पर पहुंच गए। आईजी विजय सिंह मीना ने कहा कि यदि फिर से कोई पुलिसकर्मी पोस्टेड हो गया है तो उसे तुरंत हटाया जाएगा और पशु तस्करों की मदद करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।

दबिश देने गई पुलिस टीम पर पशु तस्करों ने हमला बोला था, जिसमें एसआई शहीद हो गया। रात में ही दबिश देकर तीन तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया है। 24 घंटे में 10 अन्य पशु तस्करों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा और सभी के खिलाफ एनएसए व गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी।

विजय सिंह मीना, आईजी बरेली जोन

सीओ ने सूचना मिलने पर एसएचओ को बताया था, जिसके बाद थाने से टीम निकली थी। एसआई जल्दबाजी में असलहा ले जाना भूल गए थे। किसी भी पशु तस्कर को बख्शा नहीं जाएगा।

धर्मवीर सिंह यादव, एसएसपी बरेली