- रसोई गैस डिस्ट्रिब्यूटर एसोसिएशन ने कई बार कंपनियों से की थी मांग

BAREILLY:

रसोई गैस सिलिंडर से गैस चुराना अब आसान नहीं होगी। एलपीजी कंपनियों ने कंज्यूमर्स को चपत लगा रहे वेंडर्स की नकेल कसने के लिए सिलिंडर के नॉब पर टेम्पर्ड सील लगाने का फैसला लिया है। इसकी खासियत है कि छेड़छाड़ करते ही यह सील टूट जाएगी, जिससे चोरी पकड़ना आसान होगा।

कई राज्यों में है यह सिस्टम

सिलिंडर से गैस चोरी कर रहे वेंडर्स से निजात पाने के लिए देश के कई राज्यों में टेम्पर्ड सील लगाया गया है। जल्द ही यह व्यवस्था यूपी में भी लागू हो जाएगी। टेम्पर्ड सील एक खास तरीके के प्लास्टिक का बना होता है, जिस पर होलोग्राम की स्ट्रिप होती है।

टेम्पर्ड सील नॉब को पूरी तरह से कवर रखता है। तनिक भी छेड़छाड़ करने पर यह सील टूट जाती है फिर दोबारा इसे नहीं लगाया जा सकता है।

डिलीवरी मैन निकाल लेते हैं गैस

फिलहाल, गैस सिलिंडर पर प्लास्टिक की सील लगायी जाती हैं। इसे हटाना, सिलिंडर से गैस निकालना और सील को दोबारा नोजल में लगाना काफी आसान हैं। गैस डिलीवरी मैन प्राय: घरेलू गैस सिलिंडर से गैस निकाल कर उसकी ब्लैक मार्केटिंग करते हैं।

एसोसिएशन भी कर चुका है मांग

रसोई गैस डिस्ट्रिब्यूटर एसोसिएशन भी वर्तमान इस्तेमाल हो रहे प्लास्टिक की सील को बदलने की मांग कर चुका है। एसोसिएशन से जुड़े लोगों का कहना है कि अक्सर उपभोक्ताओं से गैस सिलेंडर में गैस कम मिलने की शिकायत रहती हैं।

उपभोक्ता को ध्यान देने की हैं जरूरत

नियमत: गैस उपभोक्ताओं को तौल के बाद ही सिलेंडर की डिलीवरी करने का नियम हैं। लेकिन, जिले में संचालित हो रही गैस एजेंसियों पर नियम का सही ढंग से पालन नहीं हो रहा हैं। ऐसे में नहीं सील से काफी हद तक राहत की उम्मीद हैं। बावजूद गैस उपभोक्ताओं को चाहिए कि गैस आपूर्ति के दौरान सील ठीक ढंग से जांच ले। किसी प्रकार का संदेह होने पर गैस एजेंसी या कंपनी के अधिकारियों से इस बात की शिकायत करें।

हम लोगों ने कई बार यह प्रस्ताव कंपनियों के सामने रखा। ताकि, गैस सिलेंडर पर ऐसे सील का इस्तेमाल हो जिसे ब्रेक कर गैस निकाल पाना मुश्किल हो। अभी जिस प्लॉस्टिक सील का इस्तेमाल होता है उससे गैस की चोरी रोक पाने में काफी मुश्किल होती है।

रंजना सोलंकी, प्रेसीडेंट, रसोई गैस डिस्ट्रिब्यूटर एसोसिएशन