बरेली(ब्यूरो)। तीन मई की अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जाएगा। दो साल कोविड की मार झेल चुके बाजार में इस वर्ष रौनक रहेगी। सर्राफा बाजार में सोने और हीरे के आभूषणों की चमक बढऩे लगी है। कोविड के कारण पिछले दो साल बाजार फीका रहा। लेकिन, अब परिस्थितियां काफी हद तक चेंज हुई ह्रैं तो कारोबारियों ने भी पर्व को लेकर पूरी तैयारी कर ली है। दुकानों पर हल्के और स्टाइलिश गहने सज गए हैं।

होती हैैं विशेष तैयारियां
सर्राफा कारोबारियों के अनुसार लगातार चढ़ रहे सोने के भाव में भी कुछ नरमी आई है। अब 55 हजार से सोना 53,300 पर आ गया है। पंच महोत्सव से पहले सोना खरीद के लिए अक्षय तृतीया को सर्वाधिक सिद्ध मुहूर्त माना जाता है। इस दिन को विशेष बनाने के लिए लोगों के साथ ही बाजार में सर्राफा कारोबारियों की ओर से भी विशेष तैयारियां की जाती हैं। विवाह सीजन और अक्षय तृतीया के लिए बाजार में व्यापारियों ने 250 से अधिक आभूषणों में विभिन्न डिजाइन उतारे हैं।

कई डिजाइन हैैं उपलब्ध
मेगा ज्वैलर्स के निदेशक ऋषभ अग्रवाल ने बताया कि चोकर सेट और गुलमल सेट इस बार बाजार में खास हैं। चोकर हल्के वजन के होने के साथ पूरे भराव में तैयार किए गया है। 12 ग्राम से शुरू होकर 40 ग्राम तक के चोकर सेट के अलावा बाजार में और कई डिजाइन उपलब्ध हैं। अक्षय तृतीया पर इस बार बाजार में ब्रिज बाली लांच की गई है। जो ग्राहकों को काफी पसंद आ रही हैं। यह बाली दस ग्राम में उपलब्ध है। जो मेरठ के कारीगरों की कुशलता को दर्शाती हैं। इसमें कम सोने में आभूषणों में पूरा फैलाव करने का प्रयास किया है। यही कला काकटेल ङ्क्षरग और पेडेंट में दिखती है।