बरेली (ब्यूरो)। शहर की कॉलोनी नगर निगम में आ जाए तो वहां पर निगम की सुविधाएं भी शुरू हो जाती हैं। इसके लिए नगर निगम टैक्स भी वसूलता है, लेकिन पीलीभीत बाईपास रोड स्थित संसार एन्क्लेव का आलम ही कुछ अलग है। यह कॉलोनी नगर निगम में आ गई है। इस कॉलोनी में करीब पांच सौ से अधिक घर हैं, नगर निगम ने सुविधाओं के नाम पर सिर्फ डोर-टू डोर कूड़ा कलेक्शन और वाटर सप्लाई ही शुरू की है और टैक्स वसूलना शुरू कर दिया। अब कॉलोनी के निवासियों का कहना है कि सिर्फ वाटर सप्लाई के नाम पर ही नगर निगम टैक्स समय पर वसूलता है। कॉलोनी में रोड तक नहीं डलवाई गई हैं। ऐसे में अब लोगों को मुश्किल हो रही है। प्रस्तुत है दैनिक जागरण आई नेक्स्ट में कॉलोनी के हालात पर विस्तृत रिपोर्ट

जलभराव की पा्रॅब्लम
इस कॉलोनी को बसाए हुए 20 वर्ष बीत गए हैं। लेकिन अभी तक जो रोड टाइल्स से बनाई गई हैं वो भी बदहाल हो चुकी हैं। इससे लोगों को निकलने में भी मुश्किल होती है। इतना ही नहीं रोड किनारे नालियां भी नहीं बनी होने से जलभराव की समस्या होती है। पुरानी जो नाली बनी हुई हैं वह चोक होकर ओवर फ्लो हो रही हैं। कॉलोनी के लोगों ने जो नालियां खुद अपने आप बनवाई थी उनमें पानी का निकास नहीं होनेे से चोक पड़ी हुई है। इससे मच्छरों की संख्या भी बढ़ रही है।

सीवर लाइन बनाई जाए
कॉलोनी में सीवर लाइन भी नहीं बिछाई गई है। इससे लोगों को समस्या हो रही है। कॉलोनी के लोगों का कहना है कि यहां पर सीवर लाइन नहीं होने से लोगों को मुश्किल हो रही है। सबसे अहम बात है कि लोगों ने कई बार रोड और सीवर लाइन के साथ नालियों के निर्माण के लिए लिखित शिकायत की। यहां तक कि सीएम पोर्टल पर भी मांग की, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हो सकी। इससे लोगों की समस्या जस की तस बनी हुई है।

कॉलोनीवासियों की बात
नगर निगम की टीम कॉलोनी में टैक्स वसूलने के लिए ही आती है। यहां के अधिकांश लोग समय से टैक्स भी जमा करते हैं, लेकिन उन्हें सुविधाओं के नाम पर रोड तक नहीं मिल पा रहा है।
फिरोज

पीलीभीत बाईपास रोड की यह कॉलोनी 2003 में बनी थी, अब तो कॉलोनी काफी पुरानी भी हो चुकी है। इसके बाद भी नगर निगम ने संसार एन्क्लेव में अब तक रोड नहीं बनवाया है।
नसीम अंसारी

कॉलोनी में न तो रोड हैं, न ही सीवर लाइन। नगर निगम की तरफ से कूड़ा उठाने के लिए गाड़ी जरूर आती है। इसके अलावा यहां पर रहने वालों को और कोई सुविधा नहीं दी गई है।
फराज अली

कॉलोनी में रोडस बनवाना तो दूर, जो रोड बनी हुई है, उसकी मरम्मत तक नहीं कराई गई है। जहां पर रोड नहीं बनी हुई है, वहां पर तो बारिश के मौसम में निकलना तक मुश्किल हो जाता है।
मेहंदी हसन

बारिश के मौसम में सबसे अधिक समस्या होती है। एक बार रोड बनवाने के लिए नगर निगम से पास भी करा दी थी, लेकिन अब तक बनाई नहीं गई है। जलभराव के साथ मच्छरों की संख्या भी बढ़ जाती है।
मेजर जावेद खालिद