- नाम, कांटैक्ट नम्बर के साथ एस्कॉर्ट कर्मियों के ड्यूटी चार्ट भी कोच में होगा चस्पा

- टीटीई व अटेंडेंट का भी रजिस्टर होगा मेंटेन, घटना होने पर दोषी मान होगी कार्रवाई

<- नाम, कांटैक्ट नम्बर के साथ एस्कॉर्ट कर्मियों के ड्यूटी चार्ट भी कोच में होगा चस्पा

- टीटीई व अटेंडेंट का भी रजिस्टर होगा मेंटेन, घटना होने पर दोषी मान होगी कार्रवाई

BAREILLY:

BAREILLY:

ट्रेनों में बढ़ते वारदात ने रेलवे प्रबंधन की नींद उड़ा दी है। यात्रियों की सुरक्षा जीआरपी के लिए एक चुनौती बन गई है। जिसे देखते हुए बरेली से होकर गुजरने वाली 12 ट्रेनों में एस्कॉर्ट तैनात होगी। साथ ही ट्रेन में लगने वाले पैम्फलेट में इनका नाम, कांटैक्ट नम्बर के साथ ही उनकी ड्यूटी किस स्टॉपेज से किस स्टॉपेज तक रहेगी इस बात का भी जिक्र होगा, ताकि, इमरजेंसी के वक्त यात्री संबंधित एस्कॉर्ट कर्मियों की मदद ले सके।

<ट्रेनों में बढ़ते वारदात ने रेलवे प्रबंधन की नींद उड़ा दी है। यात्रियों की सुरक्षा जीआरपी के लिए एक चुनौती बन गई है। जिसे देखते हुए बरेली से होकर गुजरने वाली क्ख् ट्रेनों में एस्कॉर्ट तैनात होगी। साथ ही ट्रेन में लगने वाले पैम्फलेट में इनका नाम, कांटैक्ट नम्बर के साथ ही उनकी ड्यूटी किस स्टॉपेज से किस स्टॉपेज तक रहेगी इस बात का भी जिक्र होगा, ताकि, इमरजेंसी के वक्त यात्री संबंधित एस्कॉर्ट कर्मियों की मदद ले सके।

12 ट्रेनों रहेगी एस्कॉर्ट

रेलवे एडीजी विजय कुमार के निर्देश के बाद एस्कॉर्ट टीम को उनकी जिम्मेदारी बता दी गई है। सैटरडे को जंक्शन जीआरपी इंस्पेक्टर नित्यानंद सिंह ने इस संबंध में जीआरपी टीम के साथ एक मीटिंग भी की। एस्कॉर्ट कर्मियों के नाम, कांटैक्ट और ड्यूटी के लिए पैम्फलेट भी छप कर आ गये हैं। बरेली जंक्शन से अप-डाउन करने वाली जिन 12 ट्रेनों में एस्कॉर्ट कर्मियों की ड्यूटी लगायी गई है, उन ट्रेनों के कोच में पैम्फलेट चस्पा करने का काम शुरू कर दिया गया है। ताकि, कोई भी घटना दुर्घटना होने पर यात्री मदद के लिए कांटैक्ट नम्बर पर संपर्क कर सके।

बताएंगे हम है मददगार

एस्कॉर्ट कर्मियों को एक रजिस्टर भी दिए जाएंगे। जिसमें वह अपने ड्यूटी के समय होने वाली बातों को मेंशन करने का काम करेंगे। यही नहीं एस्कॉर्ट कर्मियों को यात्रियों को अवेयर करने की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्हें यात्रियों को बताना होगा कि उनकी सुरक्षा के लिए हम हैं। यात्री एस्कॉर्ट की पहचान कर सके इसके लिए ड्यूटी पास के साथ ही हाथ में पट्टी भी बांधनी होगी। वहीं प्रत्येक स्टेशन पर तैनात जीआरपी को भी रजिस्टर दिया जाएगा। जिस पर वह ट्रेन में किन अटेंडेंट और टीटीई की ड्यूटी लगाई गयी है, यह रजिस्टर में लिखने होंगे। संबंधित ट्रेन में कोई वारदात होती है, तो उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।

टॉस्क आवंटित किया गया

यात्रियों को अवेयर करने के लिए लाउड हेलर की भी मदद ली जाएगी। रेलवे स्टेशन पर हर एक घंटे पर शरारती तत्वों और चेन स्नेचर को लेकर सतर्क किया जाएगा। इतना ही नहीं जीआरपी के सभी कर्मचारियों और सब इंस्पेक्टर को टॉस्क भी आवंटित कर दिया गया है। जीआरपी में नामजद अपराधियों को लिस्ट अलग -अलग सौंपी गयी है। जिसका रिकॉर्ड संबंधित सब इंस्पेक्टर और कर्मचारी को भी मेंटेन करना होगा। वहीं जमानतदारों के सत्यापन का कार्य शुरू कर दिया गया है। ताकि यह क्लियर हो सके कि कोई जमानतदार फर्जी तो नहीं है।

<क्ख् ट्रेनों रहेगी एस्कॉर्ट

रेलवे एडीजी विजय कुमार के निर्देश के बाद एस्कॉर्ट टीम को उनकी जिम्मेदारी बता दी गई है। सैटरडे को जंक्शन जीआरपी इंस्पेक्टर नित्यानंद सिंह ने इस संबंध में जीआरपी टीम के साथ एक मीटिंग भी की। एस्कॉर्ट कर्मियों के नाम, कांटैक्ट और ड्यूटी के लिए पैम्फलेट भी छप कर आ गये हैं। बरेली जंक्शन से अप-डाउन करने वाली जिन क्ख् ट्रेनों में एस्कॉर्ट कर्मियों की ड्यूटी लगायी गई है, उन ट्रेनों के कोच में पैम्फलेट चस्पा करने का काम शुरू कर दिया गया है। ताकि, कोई भी घटना दुर्घटना होने पर यात्री मदद के लिए कांटैक्ट नम्बर पर संपर्क कर सके।

बताएंगे हम है मददगार

एस्कॉर्ट कर्मियों को एक रजिस्टर भी दिए जाएंगे। जिसमें वह अपने ड्यूटी के समय होने वाली बातों को मेंशन करने का काम करेंगे। यही नहीं एस्कॉर्ट कर्मियों को यात्रियों को अवेयर करने की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्हें यात्रियों को बताना होगा कि उनकी सुरक्षा के लिए हम हैं। यात्री एस्कॉर्ट की पहचान कर सके इसके लिए ड्यूटी पास के साथ ही हाथ में पट्टी भी बांधनी होगी। वहीं प्रत्येक स्टेशन पर तैनात जीआरपी को भी रजिस्टर दिया जाएगा। जिस पर वह ट्रेन में किन अटेंडेंट और टीटीई की ड्यूटी लगाई गयी है, यह रजिस्टर में लिखने होंगे। संबंधित ट्रेन में कोई वारदात होती है, तो उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।

टॉस्क आवंटित किया गया

यात्रियों को अवेयर करने के लिए लाउड हेलर की भी मदद ली जाएगी। रेलवे स्टेशन पर हर एक घंटे पर शरारती तत्वों और चेन स्नेचर को लेकर सतर्क किया जाएगा। इतना ही नहीं जीआरपी के सभी कर्मचारियों और सब इंस्पेक्टर को टॉस्क भी आवंटित कर दिया गया है। जीआरपी में नामजद अपराधियों को लिस्ट अलग -अलग सौंपी गयी है। जिसका रिकॉर्ड संबंधित सब इंस्पेक्टर और कर्मचारी को भी मेंटेन करना होगा। वहीं जमानतदारों के सत्यापन का कार्य शुरू कर दिया गया है। ताकि यह क्लियर हो सके कि कोई जमानतदार फर्जी तो नहीं है।

क्ख् ट्रेनों एस्कॉर्ट की ड्यूटी रहेगी। उनका नाम, कांटैक्ट नम्बर के साथ ही उनकी ड्यूटी किस स्टॉपेज तक है इस बात का भी जिक्र पैम्फलेट में रहेगा, जिसे ट्रेन में चस्पा किया जाएगा। जिसकी मदद यात्री मुसीबत में ले सकेंगे।

नित्यानंद सिंह, इंस्पेक्टर, जीआरपी जंक्शन