नगर निगम से करार के बाद नई एजेंसी शहर से उठाएगी कूड़ा

बाकरगंज में डम्प कूड़ा का यूज आरडीएफ व लैंड फिलिंग में होगा

<नगर निगम से करार के बाद नई एजेंसी शहर से उठाएगी कूड़ा

बाकरगंज में डम्प कूड़ा का यूज आरडीएफ व लैंड फिलिंग में होगा

BAREILLY:

BAREILLY:

स्मार्ट सिटी का सपना बुन रहे शहर की तस्वीर पर बदनुमा दाग बना बाकरगंज में कूड़े का पहाड़ अगले कुछ साल में खत्म हो जाएगा। इसके लिए नगर निगम ने नोएडा की निजी एजेंसी हरी-भरी रिसाइक्लेबल प्राइवेट लिमिटेड से हाथ मिलाया है। एजेंसी से सस्ते रेट पर शहर में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए नगर निगम से करार की प्रक्रिया चल रही है। इस करार के तहत ही शहर से कूड़ा कलेक्शन के साथ ही बाकरगंज ट्रेंचिंग ग्राउंड में डंप किए गए कूड़े को भी डिस्पोज करने की तैयारी है। एजेंसी की बाकरगंज के कूड़े को भी ट्रीट कर उससे कंपोस्ट व बिजली बनाने की याेजना है।

रोक के बावजूद कूड़ा बरकरार

पिछले करीब ब्म् साल से शहर से रोजाना निकलने वाला फ्00 मीट्रिक टन से ज्यादा कूड़ा बाकरगंज खड्ड में ही डंप किया जा रहा है। ख्0क्फ् में रजऊ परसपुर स्थित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट शुरू होने के बाद शहर का सारा ठोस कूड़ा प्लांट में डिस्पोज होने लगा, लेकिन प्लांट पर विवाद शुरू होने के बाद इसके बंद होने पर पिछले ख् साल से दोबारा बाकरगंज खड्ड को बतौर ट्रेंचिंग ग्राउंड इस्तेमाल किया जाने लगा। एनजीटी की रोक के बावजूद शहर में अन्य ट्रेंचिंग ग्राउंड न होने से बाकरगंज में मजबूरन कूड़ा डाला जाना बना हुआ है।

ब्0 हजार की आबादी बेहाल

बाकरगंज वार्ड समेत आस पास के सटे एरियाज में करीब ब्0 हजार की आबादी है। जो सीधे तौर पर इस समस्या से जूझ रही है। पिछले ब्म् साल से लगातार कूड़ा डम्प होने से बाकरगंज में कूड़े के बड़े बड़े टीले बन चुके हैं। कूड़े से लगातार बढ़ते जा रहे इन 'पहाड़' से बाकरगंज वार्ड की जनता बीमारियों के मुहाने पर जिंदगी बसर कर रही है। लोगों को पीने के पानी में गंदगी मिल रही, वहीं बारिश के दिनों में कूड़े के सड़ने से लोग खासकर बुजुर्ग व बच्चे गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे। एनजीटी के निर्देश पर बरेली पहुंची टीम ने भी इंस्पेक्शन रिपोर्ट में बाकरगंज को रहने के लिहाज से खतरनाक बताया था।

कूड़े का सर्वे करेगी एजेंसी

प्लांट के दोबारा शुरू होने के बाद शहर से रोज निकलने वाले ठोस कूड़े को एजेंसी सेग्रीगेट कर उससे री-फ्यूज डिराइव्ड फ्यूल आरडीएफ निकालेगी। इस आरडीएफ का इस्तेमाल रामपुर के पॉवर प्लांट में बिजली बनाने में किया जाएगा। वहीं अन्य कूड़े से कंपोस्ट बनाई जाएगी, लेकिन बाकरगंज में डंप कूड़े को यूज करने से पहले एजेंसी इसका सर्वे कराएगी। जिसमें आरडीएफ निकाले जाने वाले कूड़े की स्थिति परखी जाएगी। जिस कूड़े से आरडीएफ निकाला जाएगा, एजेंसी उसे सेग्रीगेड कर लेगी। वहंी मलबा, पत्थर व अन्य बेकार कूड़े का इस्तेमाल लो-लेवल एरिया में लेवलिंग करने में इस्तेमाल किया जाएगा।

---------------------------

शहर के कूड़े के अलावा बाकरगंज के कचरे का भी यूज करने की प्लानिंग है। बाकरगंज के कूड़े का पहले सर्वे किया जाएगा। जिस कूड़े से आरडीएफ निकाला जा सकता है उसे अलग कर बाकी कचरे को एरिया लेवलिंग में यूज कर डिस्पोज किया जा सकता है। - रजनीश सिंह, सीईओ, हरी-भरी एजेंसी

एजेंसी ने शहर के घर-घर से कूड़ा कलेक्शन की जो योजना बताई है, वह बेहतर है। एजेंसी से करार किए जाने पर चर्चा चल रही है। बाकरगंज कूड़े को भी डिस्पोज करने को एजेंसी ने अपनी प्लानिंग में शामिल किया है। एजेंसी से करार के लिए टर्म एंड कंडीशन पर बैठक बुलाई है।

- डॉ। आईएस तोमर,मेयर