बरेली(ब्यूरो)। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे दिवगंत महंत नरेंद्र गिरि के करीबी भाजपा नेता आदित्य नारायण मिश्रा व उनके दोस्त अशोक कुमार पांडेय सडक़ दुर्घटना में मौत हो गई। जबकि आदित्य के बेटे हर्षित मिश्रा, अशोक के बेटे सचिन पांडेय व गनर पुनीत तिवारी गंभीर रूप से घायल हैं। पीलीभीत बाईपास रोड स्थित एक निजी अस्पताल में तीनों का इलाज चल रहा है। मृतक मूलरूप से प्रयागराज के नैनी के रहने वाले हैं।

दोस्त के भाई की बारात में गए थे पांचों
भोजीपुरा पुलिस के मुताबिक, इनोवा गाडी में आदित्य नारायण मिश्रा, अशोक कुमार पांडेय, सचिन पांडेय, हर्षित मिश्रा व पुनीत तिवारी सवार थे। पांचों नैनी प्रयागराज के ही निवासी पूर्व जिला सदस्य जीवेश गिरि दीपू के भाई के विवाह समारोह में शामिल होने देहरादून गए हुए थे। विवाह समारोह में शामिल होने के बाद पांचों बुधवार को घर के लिए निकले। देररात बरेली में बिलवा पुल के पास गाडी पहुंची ही थी कि कार सीधे डिवाइडर के बीचोबीच में जा घुसी। इससे आगे की ओर से कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। चीख-पुकार मच गई। राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस व एंबुलेंस पहुंची। आनन-फानन में सभी को मिनी बाइपास स्थित नवोदय अस्पताल ले जाया गया, यहां आदित्य नारायण मिश्रा ने अस्पताल गेट पहुंचने के दौरान ही दम तोड दिया। अन्य चारों को भर्ती कराया गया जिसमे गुरुवार भोर में अशोक कुमार पांडेय की भी मौत हो गई। अन्य तीनों हर्षित मिश्रा, सचिन पांडेय व पुनीत तिवारी की हालत बिगडऩे पर उन्हें पीलीभीत बाईपास रोड स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां तीनों का उपचार चल रहा है। प्रयागराज में आदित्य नाराण मिश्रा बड़े हनुमान मंदिर में प्रसाद की दुकान चलाते थे। महंत नरेंद्र गिरि की मौत की बाद उन्होंने दुकान बंद कर दी थी। बताया जाता है कि यह वही आदित्य नारायण मिश्रा हैं जिनका नाम महंत नरेंद्र गिरि ने अपने सुसाइड नोट में लिखा था।

बीच से मुड़ गई कार
जिस समय हादसा हुआ उस समय कार की रफ्तार काफी तेज थी। टक्कर इतनी तेज थी कि डिवाइडर में टकराने के बाद कार बोनट के पास से गई। इसके अलावा कार की चारों खिडक़ी भी मुड़ गईं। जिससे आगे कार में सवार दोनों लोगों की मौके पर मौत हो गई। जबकि कार में पीछे की सीट पर सवार तीनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

आए दिन इस डिवाइडर पर होते हैं हादसें
विलवा पुल पर बना डिवाइडर लोगों के लिए खतरनाक साबित हो रहा है। इस डिवाइडर से टकराकर आए दिन हादसे का शिकार हो रहे हैं। इससे पहले भी कई लोगों की इस डिवाइडर से टकराकर मौत हो चुकी है। इसके बाद भी जिम्मेदार कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। डिवाइडर पर कोई रिफलेक्टर भी नहीं लगे हैं। पुल पर लखनऊ की ओर जाते समय पुल से एक रोड सीधा गया है। जबकि इसी पुल से एक सर्विस लाइन रोड उतरा है। इन दोनों के बीच बने डिवाइडर से ही वाहन टकराते हैं।


वर्जन
कार बिलवा पुल के डिवाइडर के बीचोबीच में जा घुसी। इससे कार में सवार पांचों घायल हो गए। जिसमे एक ने अस्पताल गेट पहुंचते ही दम तोड़ दिया जबकि दूसरे ने इलाज के दौरान भोर में दम तोड़ दिया। घायल अन्य तीनों का उपचार चल रहा है।
- संजय कुमार सिंह, थाना प्रभारी, भएोजीपुरा