प्रधानी की भी थीं दावेदार

रहनुमा बी को निकाह के तोहफे में मिली थी प्रधानी

रिठौरा: ग्रामीणों को जननी सुरक्षा से जुड़े तमाम तौर-तरीकों से दूसरों को जागरूक करने वाली ग्राम प्रधान की डिलीवरी के दौरान मौत हो गई। निवर्तमान प्रधान ने ऑपरेशन से मृत बच्ची को जन्म दिया था, जिसके बाद ब्लीडिंग के चलते प्रधान ने भी दम तोड़ दिया। इसी के साथ ही कई सवाल भी खड़े हो गए कि आखिर किस स्तर पर लापरवाही हुई।

ब्लीडिंग से बिगड़ी हालत

नवाबगंज तहसील के रिठौरा क्षेत्र के गांव लभेड़ा उर्फ बुलंद नगर की निर्वतमान प्रधान रहनुमा बी प्रेग्नेंट थी। मंडे की शाम उनकी तबीयत खराब होने पर रहनुमा को लेकर परिजन बरेली के निजी अस्पताल पहुंचे जहां आप्रेशन कर डिलीवरी की गई। इस दौरान एक मृत बच्ची को जन्म दिया। बताते है कि डिलीवरी के बाद ब्लीडिंग बढ़ गई। ब्लीडिंग न रूकने के दौरान चार यूनिट ब्लड भी चढ़ाया गया। इसके बाद भी चिकित्सकों ने और ब्लड को कहा तो परिवार वाले और ब्लड की व्यवस्था कर रहे थे। इसी दौरान ट्यूजडे की सुबह को रहनुमा वी ने हॉस्पिटल में ही दम तोड़ दिया। रहनुमा की मौत होने की खबर से परिवार में मातम छा गया। देर शाम रहनुमा वी को सुपुर्दे खाक कर दिया गया।

निवर्तमान प्रधान थी रहनुमा वी

रहनुमा बी निवर्तमान प्रधान थी। इसके साथ ही हाल ही में सम्पन्न हुए प्रधानी चुनाव में भी उनके जीतने की परिजन संभावना जमा रहे थे। मुख्य रूप से चर्चा इस बात को लेकर रही कि मतगणना में रहनुमा बी के विजयी होने पर अगला विकल्प क्या होगा।

तोहफे में मिली थी प्रधानी

पिछले चुनाव के दौरान लभेड़ा उर्फ बुलंदनगर में प्रधानी की सीट ओबीसी महिला आरक्षित हो गई थी। लेकिन गांव में प्रधानी कर रहे लियाकत खां सामान्य जाति के हैं। प्रधानी पर कब्जा बरकरार रखने के लिए लियाकत खां ने अपने पुत्र सलमान का निकाह आनन फानन में जलालाबाद के इशरार की पुत्री रहनुमा वी के साथ कराके उसको प्रधानी चुनाव में उतार दिया। जिसके बाद चुनाव जीतकर रहनुमा प्रधान बन गयी थीं।