बरेली (ब्यूरो)। पुलिस की कार्य प्रणाली से खपा होकर गुरुवार की शाम साढ़े छह बजे एक युवक पत्नी और दो मासूम बच्चों के साथ कलेक्ट्रेट चौक पर धरने पर बैठ गया। पीडि़त ने बारादरी पुलिस पर कार्रवाई न करने और मेडिकल के नाम पर 200 रुपए की मांग करने का आरोप लगाया। एसएसपी कार्यालय में मौजूद पुलिसकर्मियों, यातायात पुलिसकर्मी व चीता पुलिस ने युवक को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह धरने पर बैठा रहा। सूचना पर कोतवाली प्रभारी हिमांशु निगम पहुंचे और उसे कार्रवाई का आश्वासन देकर पुलिस वाहन से मेडिकल के जिला अस्पताल भेजा।

पिता व सौतेले भाईयों ने की थी मारपीट
बारादरी थाना क्षेत्र के दुर्गानगर निवासी मनु वर्मा पुत्र ख्यालीराम वर्मा गुरुवार की शाम पत्नी पूनम वर्मा और डेढ़ वर्ष की पुत्री आराध्या व पांच वर्ष के पुत्र अक्षय के साथ कलेक्ट्रेट चौक पर धरने पर बैठ गया। बीच चौक पर उन्हें धरने पर बैठे देख राहगीर एकत्र हो गए। पीडि़त का आरोप है कि उसके पिता और सौतेले भाई हिमांशु वर्मा, अनूप वर्मा व जीजा सुधीर वर्मा ने उसके साथ मारपीट की। जब वह तहरीर लेकर बारादरी थाने पहुंचा तो इंस्पेक्टर ने मेडिकल के लिए कहा। इस पर वहां मौजूद एक कांस्टेबल ने मेडिकल कराने के नाम पर उससे 200 रुपए की मांग की। रुपए न होने की बात कहते हुए उसे थाने से भगा दिया।

सभी आरोप निराधार
सूचना मिलते ही कोतवाली प्रभारी हिमांशु निगम मौके पर पहुंचे और उसे समझा-बुझाकर चौक से उठाकर एक दुकान पर बैठाकर पूछताछ की। उन्होंने बारादरी थाने में फोन पर जानकारी की तो बताया गया कि मामले की एनसीआर दर्ज कर ली गई है। पीडि़त को मेडिकल के लिए भेजा था। टेम्पो चालक ने किराया 200 रुपए की मांग की तो पीडि़त पत्नी और बच्चों को लेकर चला गया। इसके बाद कोतवाली प्रभारी ने पीडि़त को कार्रवाई का भरोसा दिलाकर मेडिकल के लिए जिला अस्पताल भेज दिया।

बोले अधिकारी
पिता और सौतेले भाइयों पर मारपीट का आरोप लगाते हुए दिन में एसएसपी कार्यालय आया था। वहां से बारादरी थाने भेजा तो वहां पर एनसीआर दर्ज करने के बाद मेडिकल के लिए भेजा गया। रात में फिर से कलेक्ट्रेट चौक पर धरने पर बैठ गया। मेडिकल कराने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
हिमांशु निगम, कोतवाली प्रभारी