-बरेली में तीन बार पकड़े जा चुके हैं 35 लाख के पुराने नोट

-शेरगढ़ में देर रात 14 लाख रुपए के पुराने नोट पकड़े

बरेली- बरेली पुलिस दो महीने में तीन बार में करीब 35 लाख की पुरानी करेंसी यानी बंद नोटों को पकड़ चुकी है। हर बार सिर्फ वही लोग पकड़े जाते हैं जो अपने नोट बदलने के लिए आए होते हैं लेकिन नोट कौन बदल रहा है या फिर नोट बदलने के नाम पर ठगी कर रहा, उसे गिरफ्तारी नहीं कर पा रही है। सभी मामलों में दिल्ली और बरेली का ही कनेक्शन सामने आ रहा है। हर बार एफआईआर दर्ज कर जांच ठंडे बस्ते में डाल दी जाती है। फ्राइडे देर रात शेरगढ़ में क्राइम ब्रांच ने चेकिंग के दौरान 14 लाख के पुराने नोट बरामद किए। पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया लेकिन यह पता नहीं चल सका कि नोट बदलने के लिए किसने बुलाया था।

इन लोगों की हुई थी गिरफ्तारी

बता दें कि फ्राइडे देर रात शेरगढ़ थाना पुलिस और क्राइम ब्रांच ने बहेड़ी-शेरगढ़ बार्डर पर बंद शुदा करंसी नोट 14 लाख 86 हजार 500 रुपए कार सवारों से पकड़े थे। यह नोट 1000 व 500 रुपए के थे। पुलिस गिरफ्त में आए लोगों की पहचान अब्दुल खालिक पुत्र स्वर्गीय हाजी अब्दुल लतीफ निवासी इफ्तिकार आबाद थाना अनवरगंज जनपद कानपुर, जमीर अहमद पुत्र अमीर अहमद निवासी वार्ड नंबर 18 मोहल्ला टांडा कस्बा व थाना बहेड़ी, सुभाष जोशी पुत्र स्वर्गीय मोतीलाल निवासी वार्ड नंबर 14 मोहल्ला दूधिया मंदिर पहाड़गंज रुद्रपुर जनपद उधम सिंह नगर, प्रह्लाद सिंह पुत्र कमल सिंह निवासी ग्राम मानपुर पश्चिम रामपुर रोड हल्द्वानी और विनय यादव पुत्र दिनेश कुमार यादव निवासी नेहरू नगर थाना नजीराबाद जनपद कानपुर के रूप में हुई थी। इनके खिलाफ भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। सैटरडे को सभी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।

बहेड़ी के शख्स ने दी थी जानकारी

पुलिस पूछताछ में सामने आया कि सभी एक-दूसरे को जानते थे। उनकी मुलाकात दिल्ली में काम करते वक्त हुई थी। वहीं पर किसी ने बताया कि पुराने नोट बरेली में बदले जा रहे हैं। यह खबर शेरगढ़ के एक शख्स को मिली तो उसने क्राइम ब्रांच को सूचना दे दी। जिसके बाद क्राइम ब्रांच ने उसे दबिश देकर पकड़ गया। सभी को बहेड़ी के रहने वाले जमीर अहमद ने नोट बदलने के बारे में जानकारी दी थी। इन सभी ने नोटबंदी के दौरान लालच में नोट इकट्ठे किए थे लेकिन समय रहते बदल नहीं सके थे। अब उन्हें नोट बदलने की जानकारी मिली तो सभी एक साथ इकट्ठा हुए और नोट बदलने पहुंच गए। पुलिस के मुताबिक यह लोग बहेड़ी, शेरगढ़ के रास्ते मुरादाबाद नोट बदलने जा रहे थे।

कॉल डिटेल से हो सकते हैं ट्रेस

पुलिस तीन बार नोट बदलने जा रहे लोगों को पकड़ कर जेल भेज चुकी है। हर बार बताया गया कि उन्होंने नोट बदलने के लिए फोन पर संपर्क किया था। पुलिस ने इन लोगों के मोबाइल नंबर भी जब्त किए थे लेकिन पुलिस अभी तक किससे फोन पर संपर्क किया था, उसका पता नहीं लगा सकी है। जबकि पुलिस यदि इसमें आगे बढ़ती तो नोट बदलने के लिए बुलाने वाले भी पकड़े जा सकते थे। एक बार फिर से फोन पर संपर्क होने की बात सामने आयी है। अब अधिकारी फोन सर्विलांस पर लगाकर आरोपी की पकड़ने की बात कह रही है।

बिथरी में पकड़े थे 41 हजार के नोट

9 सितंबर की रात में बिथरी चैनपुर पुलिस ने बड़ा बाईपास जीरो प्वाइंट से 41 हजार के पुराने नोट पकड़े थे। पुलिस ने कार सवार सागर अंसारी उर्फ सलीम निवासी अर्जुन्हान परसोना कढ़ैया कुशीनगर और नरेंद्र सिंह निवासी रसूलपुर सलेमपुर बुलंद शहर को गिरफ्तार किया था। इनकी दिल्ली में मुलाकात हुई थी और बरेली में नोट बदलने आए थे।

24 जुलाई को भी पकड़े गए नोट

24 जुलाई को फरीदपुर के दिल्ली लखनऊ नेशनल हाइवे के पास स्थित श्मशान भूमि के पास एक कार से पुलिस ने 20 लाख की पुरानी करेंसी के साथ बिलासपुर निवासी गुरमेज सिंह, रामपुर थाना खजुरिया निवासी देवेंद्र, उधम सिंह नगर थाना दिनेशपुर के गांव आनंद खेड़ा निवासी विकास, चंदननगर निवासी सुखदेव, कालीनगर निवासी जयदेव को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इन्हें भी फरीदपुर के किसी शख्स ने नोट बदलने के लिए बुलाया था।