-रेप और छेड़छाड़ के मामलों में एफआईआर दर्ज न करने की शिकायत

बरेली- सीएम योगी ने महिला अपराध पर पूरी तरह से लगाम लगाने के सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने छेड़छाड़ और रेप के आरोपियों के पोस्टर चौराहों पर चस्पा करने का आदेश दिया है लेकिन दुराचारियों के पोस्टर तो तभी चस्पा होंगे जब पुलिस एफआईआर दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी करेगी। फ्राइडे को दो ऐसे ही मामले सामने आए हैं, जिनमें थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। जिसके बाद पीडि़त महिलाएं एसएसपी ऑफिस में जाकर शिकायत कर रहे हैं।

एक महीने पहले किया रेप

इज्जतनगर की रहने वाली महिला ने एसएसपी ऑफिस में शिकायत की कि 30 अगस्त को उसके साथ कृष्णा नगर निवासी युवक ने रेप किया। जब उसने शोर मचाया तो उसे कमरे में बंद कर दिया और पुलिस से कार्रवाई पर जान से मारने की धमकी दी। उसने मौका मिलने पर उसने पुलिस अधिकारियों के यहां शिकायत की। जहां से जांच थाने पहुंची लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। आरोप है कि 24 सितंबर को जब वह बाजार जा रही थी तो कुछ लोगों ने उसका पीछा किया और धमकी दी कि जिनके खिलाफ शिकायत की है, उसे जान से मारने की धमकी दी।

विरोध पर पति पर जानलेवा हमला

सुभाषनगर निवासी महिला ने एसएसपी ऑफिस में शिकायत की कि उसके पड़ोस में रहने वाले युवक उसके साथ आए दिन छेड़छाड़ करता है। 18 सितंबर को उसने घर में घुसकर रेप का प्रयास किया। जब उसने विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की। जब वह पति के साथ चौकी में शिकायत करने जा रही थी तो उसे रास्ते में घेर लिया गया और आरोपी ने पति पर फरसे से हमला कर दिया। आरोप है कि थाना पुलिस ने सिर्फ मारपीट की एनसीआर दर्ज कर ली लेकिन छेड़छाड़ और रेप की एफआईआर दर्ज नहीं की।