- आरटीओ विभाग से जारी हुए लाइसेंस में महिलाओं की संख्या है बेहद कम

- जो महिलाएं लाइसेंस बनवा भी रही है वह चार पहिया का न होकर दो पहिया का होता है

<- आरटीओ विभाग से जारी हुए लाइसेंस में महिलाओं की संख्या है बेहद कम

- जो महिलाएं लाइसेंस बनवा भी रही है वह चार पहिया का न होकर दो पहिया का होता है

BAREILLY:

BAREILLY:

महिलाओं को ड्राइविंग सीट पर बैठने पसंद नहीं है। जी हां यह बात सच है। यह कोई रिसर्च नहीं है। ये आंकड़े तो आरटीओ विभाग के हैं। आरटीओ विभाग में भले ही लाइसेंस बनवाने के लिए लोगों की लाइन लगती हो लेकिन इसमें महिलाओं की तादाद बिल्कुल कम है। इस फाइनेंशियल ईयर में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वाली महिलाओं की संख्या पुरुषों के मुकाबले बेहद कम है। सामने आए इस आंकड़े को देखकर यदि, यह कहा जाए कि महिलाओं को ड्राइविंग सीट के बजाए सीट पर ही बैठना पसंद है तो गलत नहीं होगा। हालांकि थोड़े बहुत जो लाइसेंस महिलाएं बनवा रहीं हैं। वह सिर्फ दो पहिया व्हीकल्स के ही बन रहे हैं।

महिलाओं की संख्या बेहद कम

अप्रैल से अगस्त तक आरटीओ विभाग ने टोटल क्0,ख्फ्0 लर्निग लाइसेंस जारी किए हैं। इनमें से महिलाओं को जारी हुए लर्निग की संख्या मात्र क्क्08 है। वहीं जारी हुए 8ब्7ख् परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस में महिलाओं की संख्या 7ब्9 है.आंकड़ों में यह गिरावट इस फाईनेंशियल ईयर में सबसे अधिक हुई है। जबकि, पहले आंकड़ों में इतना बड़ा अंतर नहीं था। हालांकि, ड्राइविंग टेस्ट से पुरुष आवेदकों की संख्या में भी कमी अाई है।

टेस्ट नहीं देना चाहती महिलाएं

वैसे तो ड्राइविंग टेस्ट दिए बिना लाइसेंस जारी ही नहीं किए जाते लेकिन, अब इसका सख्ती से पालन होने से ओवरऑल ड्राइविंग लाइसेंस जारी होने में भी कमी आई है। इनमें महिलाओं का परसेंट पुरुषों की अपेक्षा कम है। दरअसल, महिलाएं ड्राइविंग टेस्ट नहीं देना चाहती हैं। इसलिए बजाए चार पहिया के कई बार दो पहिया का ही लाइसेंस बनवा लेती हैं।

परमानेंट नहीं करवाते डीएल

अधिकारियों ने बताया कि कितने लोग ऐसे भी हैं जो लर्निग तो बनवा लेते हैं लेकिन जब परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की बारी आती है तो लोग विभाग आते ही नहीं है। इसमें भी कई अप्लीकेंट्स के लर्निग की वैधता भी खत्म हो चुकी है। पिछले पांच महीने में फ्0 परसेंट तक लाइसेंस जारी होने में गिरावट अाई है।

ट्रेनिंग स्कूल करता है मदद

टेस्ट देने के नाम पर घबरा रही महिलाएं शहर में खुले मोटर ट्रेनिंग स्कूल का हेल्प ले सकती हैं। शहर में फिलहाल तीन मोटर ट्रेनिंग स्कूल चल रहे हैं। जिसके जरिए चार पहिया वाहन चलाने के बारे में जानकारी हासिल की जा सकती है।

बॉक्स

टोटल जारी लर्निग - क्0ख्80

पुरुष की संख्या - 9क्ख्ख्

महिलाओं की संख्या - क्क्08

टोटल जारी परमानेंट लाइसेंस - 8ब्7ख्

पुरुष की संख्या - 77ख्फ्

महिलाओं की संख्या - 7ब्9

पुरुषों के मुकाबले महिलाएं कम ड्राइविंग लाइसेंस बनवाती हैं। हालांकि टेस्ट होने से भी इसमें कमी आई है। इसके बाद भी जो लाइसेंस जारी हो रहे हैं उनमें महिलाओं की संख्या बेहद कम है।

वीके चौधरी, आरआई, आरटीओ विभाग