गोरखपुर (ब्यूरो)। महानगरीय वितरण मंडल की बिजली सप्लाई को बेहतर बनाए रखने के लिए प्राइवेट फर्म मेसर्स अनिल सिंह के माध्यम से चारों वितरण खंडों में 403 संविदा कर्मचारी रखे गए है। इनकी तैनाती बिजली घरों व शिकायत केंद्रों पर है। अवर व सहायक अभियंताओं के निर्देशन में संविदा कर्मचारी काम करते है। इनमें से लोहिया इंक्लेव, नार्मल, दुर्गाबाड़ी, सूरजकुंड, बक्शीपुर न्यू ,शाहपुर व मेडिकल कॉलेज बिजली घर पर तैनात संविदा कर्मचारियों पर कंज्यूमर्स से दुव्र्यवहार करने, अवैध कनेक्शन चलाने व तय समय पर ड्यूटी पर नहीं आने की शिकायत लगातार मिल रही थी।
अप्रैल में भेजा पत्र
एसई ने संबंध खंडों के अभियंताओं से गोपनीय जांच कराई। जांच में सभी आरोपों की पुष्टि होने के बाद एसई ने इन सभी के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई के लिए संतुति कर पूर्वांचल एमडी को अप्रैल-22 में पत्र भेजा। इस पत्र का संज्ञान लेकर पूर्वांचल एमडी ने बोर्ड सदस्यों की बैठक की। इसमें सर्वसम्मति से सभी आरोपी संविदा कर्मचारियों को निगम से बाहर का रास्ता दिखाने का निर्णय हुआ। एमडी कार्यालय के प्रशासनिक अधिकारी राकेश कुमार व अधिशासी अभियंता राजेश कुमार गुप्ता ने एमडी की तरफ से एसई को पत्र भेजकर निर्देश दिया है कि सभी 12 संविदा कर्मचारियों की सेवा समाप्ति कर दी गई। तत्काल प्रभाव से सभी को निगम के कार्य से बाहर कर दिया जाए। एसई ने फर्म को भी मामलें से अवगत कराया है।