गोरखपुर (ब्यूरो)। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रान के खतरे को देखते हुए 15 साल से 18 साल के बच्चों को वैक्सीन लगाने की तैयारी तेज हो गई है। वैक्सीन का ट्रायल हो चुका

है। इसकी स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंजूरी भी मिल चुकी है। सिर्फ गाइडलाइन का इंतजार है। वैक्सीनेशन के लिए 404 टीमें बनाई गई हैं। जरूरत पडऩे पर टीमों की संख्या बढ़ाई

जाएगी। इसके लिए आशा और एएनएम की भी मदद ली जाएगी।

स्कूलों और सेंटर्स में लगाएंगे वैक्सीन

हेल्थ डिपार्टमेंट के अनुसार सेंटर्स के अलावा बच्चों को स्कूलों में भी टीका लगाया जाएगा। इसके लिए हेल्थ डिपार्टमेंट स्कूलों से भी संपर्क करेगा, जिस स्कूल में बच्चों की संख्या

अधिक होगी। वहां हेल्थ विभाग की टीम पहुंचेगी। इसके अलावा बूथों पर भी सुविधा के अनुसार वैक्सीन लगाई जाएंगी।

सीनियर सिटीजन पर भी फोकस

किशोरों के अलावा, 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और हेल्थ कर्मियों को टीका लगाया जाएगा। पहली बार ढाई लाख किशोरों को टीका लगेगा। इसके अलावा वैक्सीनेशन से वंचित

18 वर्ष से ऊपर के आठ लाख से अधिक लोगों को भी टीका लगाने की तैयारी है। सीएमओ डा। आशुतोष कुमार दुबे ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों व अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ताओं की

सूची तैयार है। 32,861 हेल्थ कर्मियों को थर्ड डोज दी जाएगी। अन्य की सूची 31 दिसंबर तक तैयार करने के निर्देश हैं।

ट्रेस, टेस्ट, ट्रीट व टीकाकरण से जीतेंगे जंग

सीएमओ दुबे ने कहा, संक्रमण की रोकथाम के लिए ट्रेस, टेस्ट, ट्रीट व टीकाकरण पर जोर रहेगा। विदेश व देश के अन्य स्टेट से आए लोगों पर नजर है। उनकी कोविड जांच कराई जा

रही है। 21 अक्टूबर के बाद जिले में पहली बार एक संक्रमित मिला है, जिसकी ट्रैवेल हिस्ट्री है। वह कोलकाता से आया है। उसके संपर्क में आए 60 लोगों के नमूने लेकर जांच के लिए

बीआरडी मेडिकल कॉलेज भेज दिए गए हैं। संक्रमित में कोई लक्षण नहीं है, इसलिए उसका घर पर ही कोविड प्रोटोकाल के अनुसार इलाज किया जा रहा है।

वर्जन

बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर गाइडलाइन का इंतजार है। गाइडलाइन मिलते ही वैक्सीनेशन का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। हालांकि, विभाग की ओर से तैयारी की जा रही है। बच्चों

के लिए अलग बूथ भी बनाए जाएंगे। इससे पूर्व सामान्य लोगों को कोविड वैक्सीन लगाने का लक्ष्य पूरा कर लिया गया है।

डॉ। एनके पांडेय, नोडल अधिकारी वैक्सीनेशन

बच्चों का वैक्सीनेशन बहुत जरूरी है। बच्चे इससे अछूते थे। बच्चों को प्रोटेक्शन डोज लगने से वह सुरक्षित हो जाएंगे। सरकार का यह फैसला सराहनीय है। इसका मैं स्वागत करता हूं।

डॉ। शिव शंकर शाही, अध्यक्ष आईएमए गोरखपुर

बड़ों का वैक्सीनेशन हो चुका है। सिर्फ बच्चे ही छूटे हैं। बच्चों को वैक्सीन लगने से वह सेफ हो जाएगा। वैक्सीन लगने से बच्चों को नार्मल तौर पर जुखाम, सर्दी और बुखार होकर रह

जाएगा। इसलिए ज्यादा से ज्यादा लोग अपने बच्चों को वैक्सीन लगवाएं। सरकार का यह फैसला सराहनीय है।

डॉ। भूपेंद्र शर्मा, चाइल्ड स्पेशलिस्ट, बीआरडी मेडिकल कॉलेज