बलिराम के अपहरण, मर्डर से दहल उठा है पूरा इलाका

मंगलवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद हुआ दाह संस्कार

पिपराइच एरिया के मिश्रौलिया निवासी महाजन गुप्ता के इकलौते बेटे की फिरौती के लिए अपहरण, मर्डर की घटना से पूरा इलाका दहल उठा है। मंगलवार को क्षेत्र में हर ओर सिर्फ बच्चे की हत्या की बातें होती रहीं। सामान्य परिवार के बच्चे के पिता से करोड़ रुपए मांगने, फिर भेद खुलने के डर से 14 साल के बच्चे को जहर देकर मारने की घटना में शामिल आरोपियों को लोग बद्दुआ देते रहे। उधर, सोमवार रात बलिराम का पोस्टमार्टम हुआ। मंगलवार सुबह भटहट के पास मुक्तिपथ परिजनों ने दाह संस्कार कराया गया।

दोपहर में विधायक महेंद्र पाल सिंह, डीएम के। विजयेंद्र पांडियन और एसएसपी डॉ। सुनील गुप्ता महाजन के घर पहुंचे। सीएम योगी आदित्यनाथ की तरफ से जारी पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता का चेक विधायक ने परिजनों को सौंपा। घटना पर गहरा दुख जताते हुए विधायक ने परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की। कहा कि पीडि़त परिवार की हर संभव मदद की जाएगी। घटना में शामिल पांच अभियुक्तों को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है।

सीसीटीवी फुटेज से पहचान में आए अपहरणकर्ता

मिश्रौलिया निवासी महाजन गुप्ता के छह बच्चों में पांच बेटियां और इकलौता बेटा बलिराम था। पांचवीं कक्षा पास कर चुका बलिराम रविवार दोपहर करीब 12 बजे अचानक गायब हो गया। परिजनों को लगा कि वह आसपास कहीं खेल रहा होगा। शाम लौटकर घर आ जाएगा। करीब तीन बजे अपहरणकर्ताओं ने फोन कर महाजन से एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगी। बेटे के अपहरण और एक करोड़ रुपए मांगे जाने की बात पर पिता को यकीन नहीं हुआ। इसके बाद दोबारा करीब पांच बजे फोन आया तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने बच्चे की तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने कॉल डिटेल निकाला तो पता लगा कि मनोज मोबाइल की दुकान से बिके सिम से फोन किया जा रहा है। रविवार रात 12 बजे दुकान पर पहुंचकर पुलिस ने जब सीसीटीवी फुटेज खंगाली तो सिमकार्ड लेने और दिलाने वाले संदिग्धों की पहचान हुई।

घर से बुलाकर ले गया मोहल्ले का निखिल

फुटेज देखकर पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ा दिया। सोमवार को पुलिस ने अपहरण में शामिल जंगल धूसड़, हसनगंज निवासी दयानंद को दबोच लिया। उसकी निशानदेही पर जंगल तिनकोनिया के पास नाले में भरकर फेंकी गई डेड बॉडी बरामद हुई। दयानंद ने पुलिस को बताया कि महाजन ने अच्छी रकम में भूमि का सौदा किया था। इसलिए उसके बेटे का अपहरण कर रुपए मांगने की योजना बनी। इस योजना में उसके साथ अन्य नौ लोग शामिल हुए। मनोज मोबाइल की दुकान पर रिंकू गुप्ता और नीतेश पासवान की मदद से उसे नया सिमकार्ड मिल गया। इसके बदले में दोनों को फिरौती की रकम से हिस्सा देने की बात तय हुई। महाजन का बेटे बलिराम और निखिल के बीच पहले से जान पहचान थी। इसलिए सुबह करीब 11 बजे निखिल और अभिषेक उसे स्कूटी पर बैठाकर बुढि़या माई मंदिर घुमाने के बहाने ले गए। लौटते समय उसे कोल्ड ड्रिंक पिलाई और भुट्टा भी खिलाया। इसके बाद वहां से नर्सरी से थोड़ी दूर स्थित अजय गुप्ता की दुकान पर ले कर चले गए।

बंधक बनाने की थी योजना

बलिराम को दुकान में बंधक बनाकर अपहरणकर्ताओं ने उसके पिता को कई बार फोन किया। लेकिन महाजन ने एक करोड़ रुपए देने में असमर्थता जताई। बंधक बनाए जाने पर बलिराम को संदेह होने लगा। शाम पांच बजे उसने शोर मचाना शुरू कर दिया। आरोपियों को लगा कि उनका भेद खुल जाएगा। इसलिए उसे नशे का इंजेक्शन दे दिया। दो इंजेक्शन के डोज से उसकी हालत बिगड़ गई। वह कमरे में उल्टी करने लगा। तभी बदमाशों ने उसका गला कसकर जान ले ली। शाम सात बजे के बाद बोरे में डेड बॉडी भरकर बदमाशों ने नाले फेंक दिया। घटना की जांच में पुलिस को नौ लोगों की भूमिका सामने आई। सभी आरोपित प्रापर्टी डीलर्स के लिए ग्राहक ले आने काम करते हैं।

अपहरण, मर्डर में इनका आया नाम

1. दयानंद, जंगल धूसड़ हसनगंज, पिपराइच

2. अभिषेक चौहान, जंगल छत्रधारी, मीरगंज, पिराइच

3. शिवा, जंगल तिनकोनिया, पिपराइच

4. संदीप चौहान, मीरगंज, पिपराइच

5. निखिल भारती, मिश्रौलिया, पिपराइच

6. अजय गुप्ता, महुआचापी, पिपराइच

7. अजय चौहान, अजमतपुर, बंगला टोला, पिपराइच

8. मुन्ना चौहान, लालगंज, पिपराइच

9. रिंकू कुमार, जंगल धूसड़, हसनगंज, पिपराइच

10. नीतेश पासवान, हसनगंज, पिपराइच