गोरखपुर (ब्यूरो)। पहले इसका आयोजन 30 नवंबर से 3 दिसंबर के मध्य प्रस्तावित था। 9 अक्टूबर को भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव आयोजित कराने की घोषणा हुई, इन पांच राज्यों के अभाविप कार्यकर्ताओं द्वारा लोकतांत्रिक मर्यादाओं का पालन करते हुए मताधिकार प्रयोग सुनिश्चित करने आदि विषयों पर विचार करते हुए अभाविप नेतृत्व द्वारा राष्ट्रीय अधिवेशन की तिथियों में परिवर्तन किया गया है। अधिवेशन में देशभर के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में अध्ययनरत विद्यार्थी कार्यकर्ताओं के साथ प्राध्यापक कार्यकर्ता तथा शिक्षाविद भी सहभागिता करेंगे।
विद्यार्थियों से मांगे सुझाव
एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि एबीवीपी के दिल्ली राष्ट्रीय अधिवेशन में जिन बिंदुओं पर चर्चा होनी है, उसके लिए हमने देशभर के विद्यार्थियों से सुझाव आमंत्रित किए हैं। राष्ट्रीय अधिवेशन का यह आयोजन दिल्ली में देशभर से आए विद्यार्थियों के लिए महाकुंभ की भांति होगा। देश की विविधता का सुंदर दर्शन इस आयोजन का विशिष्ट पक्ष है। दिल्ली में अधिवेशन निमित्त तैयारियां शुरू हो गईं हैं। एबीवीपी इस अधिवेशन से युवाओं के विषयों पर विमर्श से वर्तमान आवश्यकताओं के अनुरूप नए दिशा सूत्रों से परिवर्तन हेतु आशांवित है।