गोरखपुर (ब्यूरो)। मुकदमें में 56 नामजद और 200 से अधिक अज्ञात लोगों को हत्या की कोशिश, आपराधिक साजिश, सरकारी काम में बाधा डालने, पुलिस पर हमला करने, तोडफ़ोड़-आगजनी, 7 सीएलए और सरकारी संपत्ति क्षति अधिनियम का आरोपित बनाया गया है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी ने एसपी नार्थ के नेतृत्व में पांच टीमें गठित कर दी हैं।

डीएम पर पथराव, बीचबचाव में भीड़ हुई हमलावर

राघोपट्टी गांव निवासी व सेना में तैनात धनंजय यादव की मौत के बाद शुक्रवार को गांव में पार्थिक शरीर आया था। उन्हें शहीद का दर्जा देने, बहन को सरकारी नौकरी, 1 करोड़ रुपए मुआवजा और शहीद स्मारक पर नाम दर्ज करने की मांग को लेकर लोग सड़क पर उतर गए। इस दौरान शाम सात बजे के करीब पहुंचे डीएम विजय किरन आनंद ने मांग पर आश्वासन देते हुए मामले को शांत कराने की कोशिश की थी। लेकिन तभी कुछ लोगों ने डीएम पर पथराव कर दिया था। पुलिस ने बीच-बचाव की कोशिश की तो उग्र भीड़ हमलावर हो गई थी और पुलिस वालों ने भागकर जान बचाई थी। बाद में जिले से भारी फोर्स और पीएसी बुलाने कर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े।

देर रात तक चला बवाल, फूंकीं गाडिय़ां

सिक्किम में तैनात सेना के जवान धनंजय यादव की मौत के बाद शुक्रवार को देर रात तक चौरीचौरा में जमकर बवाल हुआ। उपद्रव करने वालों ने तीन गाडिय़ों समेत 10 वाहनों मेंं तोडफ़ोड़ की और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। सवाल यह है कि कहीं वह गोरखपुर में उपद्रव कराने की अराजक तत्वों की साजिश तो नहीं थी? पुलिस प्रशासन अब इस ओर अपनी जांच बढ़ा चुकी है।

पथराव में 3 पुलिसकर्मी घायल

पूरे दिन पुलिस व प्रशासन की ओर से लोगों को समझाने का सिलसिला जारी रहा। देर रात डीएम के जाने के बाद उनके ओर से लिखित आश्वासन देने पर एक बार परिजन शव ले जाने के लिए मना कर दिए। इसके बाद अराजक तत्वों ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया। पथराव में चौरीचौरा थानेदार समेत तीन पुलिस कर्मी घायल हो गए। चर्चा है कि जवान के पिता व बहन लोगों से घर जाने की अपील करते रहे ओर अराजक तत्व उत्पात मचाते रहे। पुलिस की माने तो सीसीटीवी फुटेज व वीडियो रिकार्डिंग से पहचान की जा रही है।

वर्जन

आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। एसपी नार्थ के नेतृत्व में पांच टीमें गिरफ्तारी को लगाई गई है। रासुका और गैंगेस्टर की कार्रवाई की जाएगी। सरकारी संपत्ति को क्षति पहुंचाने वालों से नियमानुसार वसूली भी की जाएगी।

डॉ। विपिन ताडा, एसएसपी

कड़ी सुरक्षा में जवान का अंतिम संस्कार, पुलिस-प्रशासन ने दी श्रद्धांजलि

फोर्स के घेरे में शनिवार सुबह सेना के जवान धनंजय यादव का इटौवा घाट पर अंतिम संस्कार हुआ। इससे पहले डीएम विजय किरन आनंद, प्रभारी एसएसपी सोनम कुमार के साथ ही गांव के लोगों ने पुष्प अर्पित कर धनंजय को श्रद्धांजलि दी। सिक्किम से आए आर्मी जवानों व जिले के पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने तिरंगा झंडा व पुष्प चक्र के साथ सलामी देकर अंतिम विदाई दी। भाई सोनू यादव ने जवान को मुखाग्नि दी। एहतियात के तौर पर झंगहा के राघोपट्टी गांव में पीएसी पर कई थानों की फोर्स तैनात की गई थी। बता दें। राघोपट्टी निवासी सेना में हवलदार के पद पर तैनात धनंजय यादव 2014 में सेना में चयनित हुए थे। सिक्किम में उनकी तैनाती थी। 22 मार्च की शाम उनकी मौत हो गई।

अफसरों के न आने से नाराज हुए लोग

धनंजय का शव शुक्रवार की सुबह सिक्किम से घर पहुंचा। प्रशासनिक या पुलिस अधिकारी के मौजूद न होने का आरोप लगाते हुए परिजनों के साथ गांव के लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। कुछ देर बाद मैजिक से जवान का शव लेकर चौरीचौरा के भोपा बाजार पहुंचकर रास्ता जाम कर दिया। चौराहा पर प्रदर्शन शुरू कर दिया। रात आठ बजे तक स्थिति काबू में न आने पर डीएम और पूरे जिले की फोर्स मौके पर बुलाई गई।