- एडीजी क्राइम ने की समीक्षा बैठक

- आईजी जोन के सफल अभियानों को प्रदेश भर में लागू करवाने की बात कही

GORAKHPUR: आईजी जोन ऑफिस में एडीजी क्राइम अभय कुमार प्रसाद ने शुक्रवार को पुलिस अधिकारियों संग समीक्षा बैठक की। इस दौरान प्रदेश के अन्य जोन की अपेक्षा यहां ज्यादा अपराध नियत्रंण से खुश एडीजी ने आईजी जोन हरिराम शर्मा की पीठ थपथपाई। साथ ही यहां चलाए जा रहे विभिन्न सफल अभियानों को पूरे प्रदेश में लागू करने की बात कही। इस दौरान एडीजी ने अधिकारियों को तमाम निर्देश देने के साथ ही कई हिदायतें भी दीं। बैठक में डीआईजी गोरखपुर शिव सागर सिंह, डीआईजी देवी पाटन जितेंद्र प्रताप सिंह, एसएसपी गोरखपुर अनंत देव, एसपी गोंडा प्रदीप कुमार यादव, एसपी देवरिया प्रभाकर चौधरी, एसपी कुशीनगर दीपक भट्ट, एसपी महराजगंज भारत सिंह सहित कई पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।

पुराना इंट्रो

आईजी जोन ऑफिस में एडीजी क्राइम अभय कुमार प्रसाद ने शुक्रवार को पुलिस अधिकारियों संग समीक्षा बैठक की। इस दौरान गोरखपुर और देवी पाटन रेंज की समीक्षा करते हुए उन्होंने आईजी जोन हरीराम शर्मा के कामकाज को सराहा। साथ ही गोरखपुर जोन में चलाए जा रहे विभिन्न अभियानों की सफलता पर उसे पूरे प्रदेश में लागू कराने का आश्वासन दिया। प्रदेश के अन्य जोन की अपेक्षा गोरखपुर जोन में अपराधियों और अपराध नियत्रंण से गदगद एडीजी ने आईजी की पीठ थपथपाई। बैठक में डीआइ्रजी गोरखपुर शिव सागर सिंह, डीआइजी देवी पाटन जितेंद्र प्रताप सिंह, एसएसपी गोरखपुर अनंत देव, एसपी गोंडा प्रदीप कुमार यादव, एसपी देवरिया प्रभाकर चौधरी, एसपी कुशीनगर दीपक भट्ट, एसपी महराजगंज भारत सिंह सहित कई पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।

दिए ये निर्देश

- महिला उत्पीड़न के सभी मामलों में त्वरित कार्रवाई के अलावा अपहृत बच्चों की जल्द बरामदगी।

- छह माह से अधिक लंबित विवेचनाओं का त्वरित निस्तारण।

- एससी, एसटी से संबंधित मुकदमों में पांच दिन के भीतर घटना की जांच कर अभियुक्तों की गिरफ्तारी करने, लंबित मुकदमों का दो माह के भीतर निरस्तारण करने का निर्देश दिया।

- इनामी बदमाशों की गिरफ्तारी, लूट की घटनाओं को रोकने के लिए प्लान बनाने का निर्देश दिया।

- वांटेड बदमाशों और माफियाओं को चिन्हित कर अधिक से अधिक गिरफ्तारी।

- पुलिस पर हमले के मामले को गंभीरता से लिया। आरोपियों को गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया।

- मानव तस्करी पर रोक लगाने, क्राइम मैपिंग की फीडिंग पर गंभीरता से कार्रवाई करने को कहा।

इस पर थपथपाई पीठ

- जोन भर में 132 गुंडों में से 121 की गिरफ्तारी।

- अतिक्रमण हटाने को लेकर चलाए जा रहे अभियान।

- पांच साल के भीतर प्रकाश में आए बदमाशों का डोजियर बनाने पर।

- 14 हजार से ज्यादा लंबित विवेचनाओं का निस्तारण।

- लूट के 87, हत्या के 38, डकैती के नौ मामलों का खुलासा करने, अभियुक्तों की गिरफ्तारी।

- ह्यूमन ट्रैफिकिंग के शिकार 59 बच्चों को बचाकर घर पहुंचाने की कार्रवाई।

- तहसील दिवस के 4771, समाधान दिवस के 2176 मामलों का निस्तारण कराने।

- जोन भर में 78 हिस्ट्रीशीटर, 66 गैंगस्टर, 1003 गुंडा, दो के खिलाफ रासुका और 15 नए आपराधिक गैंग को रजिस्टर्ड करने की कार्रवाई।

कुछ मामलों में फटकार भी

- गोरखपुर जिले में वर्ष 2015 की अपेक्षा इस साल लूट की घटनाओं में इजाफा होने पर अधिकारियों से सवाल किया।

- गोरखपुर के 27, देवरिया के नौ, बहराइच के 17 इनामी बदमाशों को अतिशीघ्र अरेस्ट करने को कहा।

- माफियाओं के चिन्हिकरण में महराजगंज जिले को जहां शाबाशी मिली। वहीं अन्य जिले के पुलिस अधिकारियों को अधिक कार्रवाई का निर्देश दिया गया।

वर्जन

प्रदेश के अन्य जोन की अपेक्षा गोरखपुर जोन में क्राइम कंट्रोल है। यहां बदमाशों के खिलाफ ज्यादा कार्रवाई हुई है। आईजी के विशेष अभियानों को अन्य जगहों पर भी लागू कराया जाएगा।

अभय कुमार प्रसाद,

एडीजी क्राइम