- जिला महिला अस्पताल का मामला

- परिजनों ने लगाया बच्चा चोरी का आरोप

- एसआईसी व सीएमओ से की लिखित शिकायत

GORAKHPUR: जिला महिला अस्पताल में बुधवार को बच्चा गायब होने को लेकर हुए हंगामे ने जिम्मेदारों की बेचैनी बढ़ा दी। महिला मरीज के तीमारदारों का आरोप था कि हेल्थ इंप्लॉइज ने प्रसव के बाद मरा हुआ बच्चा होने का झूठ बोल बच्चा चोरी कर लिया। जबकि कर्मचारी आरोपों को नकारने पर अड़े थे। परिजनों ने इस संबंध में एसआईसी व सीएमओ से लिखित शिकायत की है। जिम्मेदारों ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।

अल्ट्रासाउंड से किया गुमराह

झंगहा एरिया के मोतीराम अड्डा के रहने वाले विजय कांत की पत्नी पुष्पा गर्भवती थीं। उन्हें 10 मार्च की सुबह तेज प्रसव पीड़ा हुई। सास शिवराजी देवी उन्हें लेकर जिला महिला अस्पताल पहुंचीं। जहां डॉक्टर से परामर्श के बाद भर्ती कराया। परिजनों का आरोप है कि बुधवार सुबह करीब 10 बजे नॉर्मल डिलीवरी के बाद हेल्थ इंप्लॉइज ने बताया कि पुष्पा ने मरे हुए बेटे को जन्म दिया। इसके बाद कर्मचारियों ने मरीज को बाहर के प्राइवेट अल्ट्रासाउंड सेंटर पर जांच कराने के लिए भेज दिया। परिजनों का कहना है जांच रिपोर्ट जानबूझकर गलत बनाई गई। इसमें सिर्फ एक माह 26 दिन का गर्भ दिखाया गया। लेकिन दिसंबर माह में हुई जांच में बच्चा चार माह का था। जबकि डिलीवरी के पहले हुई जांच में नौ माह स्पष्ट लिखा हुआ था। इतना ही नहीं, परिजनों ने वापस अस्पताल आकर जब बच्चे की डेडबॉडी मांगी तो कर्मचारियों ने इनकार कर दिया।

नहीं उठा फोन

परिजनों ने बताया कि खुद को नर्स बताने वाली एक महिला रीता मिश्रा ने जिला महिला अस्पताल की पर्ची पर अपना नाम व मोबाइल नंबर लिख दिया और कहा कि जरुरत हो तो इस पर फोन कर जानकारी ले लेना। बच्चे का दाह संस्कार कर दिया जाएगा। बाद में जब परिजनों ने इस नंबर पर कॉल किया तो फोन ही नहीं मिला। इस पर उन लोगों को शक हुआ वे अपने गांव के अन्य लोगों के साथ वापस जिला महिला अस्पताल पहुंचे और एसआईसी से मुलाकात कर बच्चा चोरी होने का आरोप लगाया। एसआईसी ने फौरन अपने डॉक्टर्स व इंप्लॉइज को मौके पर बुलवाया लेकिन किसी ने भी कुछ बोलने से इनकार कर दिया। इससे नाराज हो परिजन हंगामा करने लगे। अधिकारियों ने उन्हें समझाबुझाकर शांत कराया और तत्काल एडमिट रजिस्टर व अन्य जांच के आदेश दिए।

वर्जन

वैसे अस्पताल में मरीज का किसी प्रकार का दाखिला दर्ज नहीं मिला है। पूरे प्रकरण की जांच कराई जा रही है। बाहरी जांच सेंटर के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। जो भी दोषी होगा उसे बख्सा नहीं जाएगा।

- डॉ। एके गुप्ता, एसआईसी, जिला महिला अस्पताल