गोरखपुर (ब्यूरो) साइबर सेल प्रभारी सुनील कुमार पटेल ने बताया कि फेसबुक और इंस्टाग्राम पर अश्लील मीम्स या फोटो डालकर ब्लैकमेल करने वाले जितना भी शातिर हों, वो पकड़ लिए जाते हैं। उन्होंने बताया कि जब भी ऐसी शिकायत आती है कि सोशल मीडिया पर अश्लील मीम्स बनाकर या गंदी फोटो वायरल कर कोई ब्लैकमेल या बदनाम कर रहा है। उस शिकायत को हम लोग अमेरिका में स्थित सोशल साइट हैंडल करने वाली संस्था को मेल करते हैं। उन्होंने बताया कि ये सभी सोशल साइट अमेरिका से ही संचालित होती है। शिकायत के बाद वहां से सात दिन या कभी कभी दो महिने में उसका अकाउंट का डिटेल भेजा जाता है। जिसके बाद हम लोग उस ब्लैकमेलर को ट्रेस कर अरेस्ट करते हैं।

केस 1- बच्चे को पीटा तो टीचर की बना दी अश्लील मीम्स
इसी तरह शाहपुर इलाके के एक स्कूल के डायरेक्टर समेत सभी स्टॉफ इंस्टाग्राम पर अश्लील मीम्स शेयर करने को लेकर काफी परेशान चल रहा था। यहां पर हर दिन इंस्टाग्राम पर कोई स्कूल स्टाफ के अश्लील मीम्स शेयर कर रहा था। बदनामी के डर से स्कूल भी कार्रवाई के लिए कदम नहीं उठा पा रहा था। इससे ऐसा करने वाले का मनोबल और बढ़ गया और आए दिन ऐसी करतूत करता रहा। तंग आकर स्कूल के डायरेक्टर ने साइबर क्राइम थाने में शिकायत की। बताया जा रहा है कि स्कूल का ही कोई बच्चा ये हरकत कर रहा था। क्लास में पढ़ाई के दौरान टीचर ने उसे पीट दिया था। जिसका बदला लेने के लिए वो बच्चा इंस्टाग्राम पर अश्लील मीम्स शेयर करने लगा।

केस 2 - रेलवे अधिकारी, कर्मचारी को करने लगे ब्लैकमेल
अभी हाल ही में रेलवे अधिकारियों और कर्मचारियों के सीयूजी नंबर जालसाजों के हाथ लग गए। राजस्थान में बैठे जालसालों के गिरोह एक साथ सभी सीयूजी नंबरों पर वॉट्सएप कर हाय हैलो भेजने लगा। जिस-जिस ने वो कॉल रीसिव की वो गिरोह के चंगुल में फंसता चला गया। इस गैंग ने कॉल कर आपत्तिजनक वीडियो बना लिया। इसके बाद एक-एक कर रेलवे के कर्मचारी और अधिकारी साइबर थाने पहुंचना शुरू किया। पहले एक दो लोग आए बाद में जब इन लोगों ने आपस में ये बात शेयर की पता चला कि कई लोगों को ये गैंग ब्लैकमेल कर रहा था। लोकलाज की डर से ये लोग थाने नहीं जा रहे थे।


गलती से ना करें ये भूल
- वॉट्सएप पर अननोन नंबर से आई कॉल कभी रिसिव ना करें
- फेसबुक अकाउंट अपना लॉक रखें
- फेसबुक पर अननोन अकाउंट से आए हाय हैलो का जवाब ना दें
- किसी भी अननोन पर्सन के कॉल करने पर अपना वॉट्सएप नंबर शेयर ना करें

साइबर क्राइम करने वाली क्रीमिनल्स हमेशा अपना प्लान चेंज करते रहते हैं। एक दिन में वो सैकड़ों कॉल करते हैं, कोई ना कोई जरूर उनकी बातों में आकर फंस जाता है और वही जालसाजी का शिकार भी होता है। सोशल मीडिया के मामलों में चाहे जितना भी शातिर बन लें, वे पकड़ में जरूर आते हैं।
- सुनील कुमार पटेल, प्रभारी, साइबर सेल