गोरखपुर (ब्यूरो)।रामगढ़ताल और शाहपुर एरिया में पकड़ी गई नकली पुलिस इसकी बानगी है। वैसे तो पुलिस और कानून व्यवस्था सख्त है, लेकिन कानून तोडऩे वालों के लिए खाकी वर्दी को पाना बेहद आसान और सस्ता है। गोरखपुर में आधा दर्जन से अधिक दुकानें हैं, जहां पर पुलिस की वर्दी और अन्य सामान मिलते हैं। यहां से कोई भी पुलिस की वर्दी 3-4 हजार रुपए में खरीद सकता है। वर्दी खरीदने की प्रॉसेस आसान होने की वजह से ही इसका अब मिस्यूज भी होने लगा है। यही वजह है कि इधर हुई कई घटनाओं में नकली पुलिस असली पुलिस के लिए सिर दर्द बनी है।

यहां मिलती है वर्दी

गोरखपुर में आधा दर्जन से अधिक दुकानों पर स्पेशली पुलिस की वर्दी मिलती है। रेलवे स्टेशन, गोलघर, बक्शीपुर, पुलिस लाइन के सामने और कूड़ाघाट में पुलिस की वर्दी मिलती है।

पुलिस युनिफार्म का प्राइज (रुपए में)

वर्दी- 3500-4000

टोपी- 400

पुलिस बैज- 70

फ्लैप बाजू बैंड- 70

4 स्टार- 300

डोरी सिटी- 150

बेल्ट- 500

जूता- 1500-1600

मोजा- 150

पिस्टल डोरी- 100

नेम प्लेट- 60-100

यूपीपी बैच- 40-50

एसएसपी ने किया था सावधान

अगस्त माह में कई टप्पेबाजी की घटनाएं सामने आई थी, जिसमे ठग पुलिस बनकर लोगों से ठगी कर लिए थे। इसके बाद गोरखपुर एसएसपी ने फर्जी पुलिस से सभी को सावधान रहने को कहा था। यही नहीं शहर और रूरल एरियाज में पब्लिक को सावधान करने के लिए अनाउंसमेंट भी करवाई गई थी।

तीन हजार में वर्दी खरीदकर बन गया दरोगा

रामगढ़ताल थाने की पुलिस ने 22 मार्च (बुधवार) को एक ठग को पकड़ा, जो तीन हजार रुपए में वर्दी खरीदकर नकली दरोगा बन गया। कुशीनगर का मूल निवासी और हाल पता रामगढ़ताल के पास रहने वाला अपूर्व राय वर्दी पहनकर खुद को दरोगा बताता था। नौकायन पर लगी दुकानों से दरोगा बनकर वसूली करता था। यही नहीं वो गीडा के एक कॉलेज से बीसीए कर रहा था, लेकिन उसने अपने घर पर बताया था कि वो पुलिस की ट्रेनिंग भी ले रहा है। अपूर्व वदी में दो स्टार और साथ में पुलिस का फर्जी आईकार्ड भी रखता था।

पुलिस बनकर प्रेमी जोड़े से वसूली

21 मार्च (मंगलवार) की दोपहर में खोराबार एरिया के कुसम्ही जंगल में पिपराइच के प्रेमी जोड़े घूमने आए थे। वहां पर एक युवक आया और खुद को पुलिसकर्मी बताकर प्रेमी जोड़ेे को घेर लिया। प्रेमी की पिटाई कर फर्जी पुलिसकर्मी ने उसके जेब से 1450 रुपए भी निकाल लिए, इसके बाद वो लड़की को जबरदस्ती जंगल में ले जाने लगा। शोर मचाने पर लोगों को अपनी ओर आता देख फर्जी पुलिसकर्मी फरार हो गया। प्रेमी ने खोराबार थाने में इसकी लिखित शिकायत की है।

वर्दी पहनकर रील बनाते धराया युवक

इसी तरह शाहपुर एरिया में 19 मार्च को एक युवक पुलिस की वर्दी पहनकर पार्क में रील बना रहा था। काफी देर तक कालोनी वासियों ने उसे देखा और फिर पुलिस को कॉल कर दी। मौके पर पहुंची पुलिस भी एक समय के लिए उस युवक को देखकर चौंक गई कहीं वो असली पुलिस तो नहीं। युवक से पूछताछ में पता चला कि उसका नाम हरिराम है। उसने रील बनाने के लिए पुसिल की वर्दी खरीदी थी।

पहले भी हो चुकी हैं घटनाएं

-16 फरवरी 2016 में कुसम्ही में फर्जी दरोगा बनकर प्रेमी युगल से वसलूी करने के आरोप में पुलिस ने रजही निवासी प्रदीप उर्फ झीनक और विजय को अरेस्ट किया था।

- 30 जुलाई 2017 कुशीनगर के कप्तानगंज पुलिस ने फर्जी दरोगा दिग्विजय को अरेस्ट किया था।

- 9 जनवरी को देवरिया के रुद्रपुर पुलिस ने रामनगीना नाम के युवक को अरेस्ट किया। वह पुलिस बनकर वसूली करता था।