गोरखपुर (ब्यूरो)।अब बीटेक में कोर इंजीनियरिंग की सीटों में कटौती की जाएगी तो वहीं, सीएस, आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे सब्जेक्ट्स में भारी बढ़ोतरी की जाएगी। बीटेक कोर ब्रांच सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल के साथ ही केमिकल के कोर्स की सीटों में 20 परसेंट कटौती का निर्णय लिया गया है। इसी तरह कंप्यूटर साइंस, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और इलेक्ट्रॉनिक्स में 20-60 परसेंट सीटें बढ़ाई जाएंगी। शनिवार को हुई एकेडमिक काउंसिल की बैठक में इस पर मुहर लग गई है। अब 3 नवंबर को मैनेजेमंट बोर्ड से पास होने के बाद अगले सेशन से लागू करने की प्रोसेस शुरू कर दी जाएगी।

सीएस, आईटी व इलेक्ट्रॉनिक्स की डिमांड

मार्केट में डिमांड और अच्छे पैकेज के कारण जेईई मेंस में अच्छा रैंक हासिल करने वाले अप्लीकेंट्स की पहली पसंद कम्प्यूटर साइंस और आईटी है। कम सीटें होने के कारण अच्छे रैंक होल्डर्स को भी यहां एडमिशन नहीं मिल पाता। इसे देखते हुए सीएस में करीब 42 परसेंट यानी 75 सीटें बढ़ाई गई हैं। आईटी में 60 परसेंट यानी 45 सीटों की बढ़ोतरी हुई है। इलेक्ट्रॉनिक्स की मांग को देखते हुए उसमें भी 20 फीसद यानी कुल 30 सीटें बढ़ाई जा रही हैं।

बमुश्किल भर रहीं कोर ब्रांच की सीटें

कोर इंजीनियरिंग सेक्टर में डिमांड बेहद कम है। प्लेसमेंट मिल भी गया तो अच्छा पैकेज नहीं मिलता। इसलिए सिविल, मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल में सीटें भी बमुश्किल भर पाती हैं। इसके लिए भी पिछले कई सेशन से स्पॉट राउंड काउंसलिंग करानी पड़ रही है। इसके बाद भी कई बार सीटें खाली रह जाती हैं। केमिकल इंजीनियरिंग का भी कमोबेश यही हाल है। इसे देखते हुए इन सब्जेक्ट्स की 20 परसेंट सीटें कटौती करने का फैसला लिया गया है।

बीबीए में 60 परसेंट सीटें बढीं

एमएमएमयूटी में बीबीए में सीयूईटी (यूजी) के जरिए एडमिशन मिलता है। लोकल स्टूडेंट्स अच्छी रैंक पाने के बाद भी 75 सीटें होने के कारण एडमिशन से वंचित हो जा रहे थे। उन्हें दूसरे शहरों में जाकर दाखिला लेना पड़ता है। इसे देखते हुए अब इसमें भी 45 सीटें बढ़ाने का फैसला लिया गया है।

इन प्रोग्राम्स में सीटें बढ़ीं और घटीं

प्रोग्राम वर्तमान सीटें परिवर्तित सीटें

कंप्यूटर साइंस 180 255

आईटी 75 120

इलेक्ट्रॉनिक्स 150 180

बीबीए 75 120

सिविल 150 120

इलेक्ट्रिकल 150 120

मैकेनिकल 150 130

केमिकल 75 60

सीएस, आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स और बीबीए में स्टूडेंट्स की मांग को देखते हुए सीट बढ़ाने का फैसला लिया गया है। इसे एकेडमिक काउंसिल से मंजूरी मिल गई है। मैनेजेमंट बोर्ड से पास होने के बाद अगले सेशन से लागू कर दिया जाएगा।

प्रो। जेपी सैनी, वीसी, एमएमएमयूटी