गोरखपुर (ब्यूरो)। सिटी में वार्डो में साफ-सफाई की व्यवस्था, शुद्ध पेयजल, गड्ढा मुक्त मार्ग, नालियां, स्ट्रीट लाइट, वेक्टर डिजीज बीमारियों से बचाव के लिए रेगुलर छिड़काव व फॉगिंग कराया जाना है। यह सबकुछ इसी महीने से शुरू करा दिया जाएगा। मॉनीटरिंग के लिए जिला प्रशासन ने सदर तहसील की एसडीएम नेहा बंधू को लगाया है। वहीं नोडल अधिकारी के तौर पर लेखपाल को उनके क्षेत्रानुसार नामित किया जाएगा। जो मोहल्ले की रिपोर्ट देने से पहले सरप्राइज विजिट करेंगे और उस मोहल्ले के पांच लोगों से फीडबैक लेंगे। प्रतिदिन इसकी रिपोर्ट तैयार कर नगर आयुक्त को भेजा जाएगा।

मूलभूत सुविधाओं के लिए प्रशासन ने कसी कमर

डीएम ने निर्देश में कहा है कि वार्डो में सफाई व्यवस्था में सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति, प्रतिदिन साफ-सफाई की स्थिति, सुपरवाइजर द्वारा प्रतिदिन जांच कराई जाएगी। डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की स्थिति, डस्टबिन से कूड़ा उठान की स्थिति देखी जाएगी। सड़कों व गलियों की प्रतिदिन सफाई व नाली से जल प्रवाह हो रहे हैैं या नहीं, इन सभी की निगरानी की जाएगी। इसके अलावा मोहल्ले में स्ट्रीट लाइट है या नहीं, अगर है तो किस हाल में है, इसकी रिपोर्ट भी ली जाएगी। वार्ड के भीतर की सड़के जो खराब हो चुकी हैैं, उन्हें भी चिन्हित किया जाएगा। पार्को की संख्या, साफ-सफाई के साथ-साथ पार्को पर अतिक्रमण की जांच रिपोर्ट देनी होगी। अगर नोडल अधिकारी अपने काम में लापरवाही बरतेंगे तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। स्वच्छ पेयजल आपूर्ति की भी जांच होगी।

आई शिकायत तो नोडल पर कार्रवाई

डीएम ने द्वारा नामित किए गए नोडल अधिकारी के रिपोर्ट पर वार्ड के भीतर की मूलभूत सुविधाएं मिलेंगी। नोडल अधिकारी द्वारा यदि गलत रिपोर्ट दी गई और उस मोहल्ले के किसी भी नागरिक द्वारा शिकायत की गई तो उस नोडल अधिकारी के विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी।