गोरखपुर (ब्यूरो).पता चला कि वह राजस्व विभाग की सरकारी जमीन है, जिसे बैंक ने फर्जी ढंग से बेचकर रुपए हड़प लिया। सोमवार को कमिश्नर के निर्देश पर एसएसपी डॉ। गौरव ग्रोवर ने पुलिस को केस दर्ज कर मामले की जांच करने के निर्देश दिए। एसएसपी के निर्देश पर कैंट थाने में बैंक के मुख्य प्रबंधक समेत 5 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

नीलामी में ली थी बैंक से जमीन

बता दें, 29 अक्टूबर 2020 को बैंक ऑफ बड़ौदा बेतियाहाता ने प्रॉपर्टी नीलामी का एक गजट जारी किया था, जिसे देखकर बेतियाहाता निवासी राजीव मिश्र भी नीलामी में शामिल हुए। इस नीलामी में तीन प्लॉट राजीव को भी मिले। इसके बाद बैंक की ओर से उन्हें बताया गया कि 26 लाख 54 हजार 400 रुपए 15 दिनों के अंदर उन्हें बैंक में जमा करने हैं, ताकि प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री की जा सके।

बैंक ने दे दिया सेल सर्टिफिकेट

राजीव के मुताबिक उन्होंने बैंक में रकम जमा करा दी। इसके बाद बैंक की ओर से 11 दिसम्बर 2020 को तीनों प्लाटों का सेल सर्टीफिकेट भी दे दिया गया। आरोप है कि इसके बाद बैंक अधिकारी पंकज कुमार, अनिल कुमार सिंह और वसंत चौधरी, मनोरंजन बोई मुख्य प्रबन्धक राजीव को नीलामी में मिली जमीन के पास ले गए और इशारे से उन्हें प्लॉट दिखाया। बैंक अधिकारियों ने कहा कि अब प्लॉटों पर मिट्टी पाटने का काम वे शुरू कर सकते हैं। कुछ दिनों बाद इसकी रजिस्ट्री भी कर दी जाएगी।

काम रोकने पहुंची राजस्व टीम

इसके बाद राजीव ने जमीन पर मिट्टी पाटने और लेवलिंग कराने का काम शुरू करा दिया। इस बीच 23 दिसंबर 2020 को सदर तहसील की राजस्व टीम ने पहुंचकर मिट्टी काम रोक दिया। राजस्व टीम की ओर से कहा गया कि यह सरकारी सार्वजनिक पोखरा है। इस पर किसी तरह का निर्माण और कब्जा नहीं किया जा सकता।

पैमाइश में भी निकली सरकारी जमीन

इसकी जानकारी होते ही राजीव ने 31 दिसम्बर 2020 को बैंक के अधिकारियों को इसकी लिखित सूचना दी, जिसके जवाब में बैंक की ओर से लिखित रूप से कहा गया कि हमने पैसा ले लिया और जमीन दिखा दिया, अब आप समझें और आपका काम। बैंक से मदद न मिलने पर उन्होंने इसकी शिकायत डीएम से की। डीएम के निर्देश पर जब जमीन की पैमाइश हुई तो पता चला कि यह सरकारी जमीन है।

इन पर दर्ज हुई एफआईआर

इसके बाद से राजीव बैंक अधिकारियों के चक्कर काटते रहे, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। पीडि़त का आरोप है कि बैंक ने सरकारी जमीन को अपने बैंक में बंधक दिखाकर मुझे बेच दिया। सोमवार को कैंट पुलिस ने बैंक अधिकारी पंकज कुमार, अनिल कुमार सिंह और वसंत चौधरी, मनोरंजन बोई मुख्य प्रबन्धक के खिलाफ केस दर्ज किया है।