- लोगों के सहयोग से ही जिले को कोरोना के संभावित दूसरे चरण से बचाया जा सकता है

- बीमारी से बचाव के लिए मास्क, शारीरिक दूरी और हाथों की साफ-सफाई पर रखें जोर

<- लोगों के सहयोग से ही जिले को कोरोना के संभावित दूसरे चरण से बचाया जा सकता है

- बीमारी से बचाव के लिए मास्क, शारीरिक दूरी और हाथों की साफ-सफाई पर रखें जोर

GORAKHPUR: GORAKHPUR: दीपावली का त्योहार इस साल कोरोना से सतर्क रहते हुए मनाना है। जीवन में यह मिठास का पर्व खास रहे और कोरोना के कारण किसी परिवार को परेशान न होना पड़े, इसके लिए छोटी-छोटी सावधानियां ही उपाय हैं। न तो कोरोना अभी खत्म हुआ है और न ही इसकी दवाई आई है। टीका आने में भी समय है, इसलिए बचाव का सबसे सुंदर और सरल उपाय है कि लोगों ने मार्च से जिन कोरोना समुचित व्यवहारों का पालन किया है उन्हें आगे भी जारी रखें।

पूरा परिवार में आ सकता है जद में

सीएमओ एक कोरोना योद्धा होने के साथ-साथ कोरोना विजेता भी हैं। वह परिवार समेत कोरोना को मात दे चुके हैं। उनका मानना है कि किसी भी परिवार में अगर कोई एक सदस्य भी चूक करता है। तो तमाम सतर्कताओं के बावजूद पूरा परिवार बीमारी की जद में आ सकता है। घर में सदस्यों के बीच कोरोना समुचित व्यवहार शत प्रतिशत अपनाना संभव नहीं हो सकता, लेकिन परिवार के बाहर का कोई सदस्य मिले, तो यह व्यवहार अवश्य अपनाया जाना चाहिए। घर पर रोजाना आ रहे दूध वाले, पानी वाले, सब्जी विक्रेता, सफाईकर्मी जैसे लोगों से मास्क लगा कर ही मिलें। सफाईकर्मी को मास्क लगा कर ही काम करने दें और इसके पहले की वह घर में प्रवेश करे उनके हाथों की सफाई भी सुनिश्चित करें।

सावधानी से करें अतिथियों का स्वागत

सीेएमओ ने बताया कि दीपावली पर अगर कोई अतिथि आपके घर आता है तो उसका स्वागत सावधानी के साथ दो गज दूरी से ही होना चाहिए। अतिथि को भी मास्क लगाने के लिए प्रेरित करें और खुद भी मास्क लगाएं। बिना हाथों की सफाई कराए किसी भी अतिथि को घर का कोई सामान न छूने दें। अतिथियों से आग्रह करें कि यह उनकी सुरक्षा के लिए किया जा रहा है। कोशिश करें कि घर में खाने का बाहर का सामान कम से कम आए।

बाजार जाएं तो रखें सतर्कता

कोरोना से बचाव के लिए बाजार जाने वालों को विशेष सतर्कता रखना चाहिए। सीएमओ ने बताया कि बेहतर उपाय यह है कि बाजार में परिवार का कोई एक सदस्य ही जाए। भीड़भाड़ वाली जगह पर ऐसे सदस्य को मास्क, फेसशील्ड लगा कर जाना चाहिए। घर आने के बाद सारे कपड़े धूलने के लिए डाल दें और स्नान कर लें। जो भी सामान बाहर से आ रहा है। अगर वह खाने का सामान नहीं है तो सैनेटाइज अवश्य कर लें लेकिन पटाखों को सैनिटाइज न करें और न ही सैनेटाइज किए हाथों से पटाखें जलाएं।

अगर परिवार का कोई प्रवासी सदस्य या घर का सदस्य बीमार है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। अगर डॉक्टर का परामर्श हो तो कोरोना जांच भी अवश्य कराएं। ऐसा करके समाज में बीमारी को फैलने से रोका जा सकता है।

- डॉ। श्रीकांत तिवारी, सीएमओ